निषाद राज (केवट) सामाज की टीम ने 4 महीने की मेहनत कर भारत के समस्त राज्यों से निषाद जनसँख्या जानने की कोशिश की हे जिसके अनुसार सूची तयार हुई हे। उम्मीद हे निषाद अपनी शक्ति पहचाने और एकजुट होकर कार्य करे :
1) जम्मू कश्मीर :1 लाख 11 हजार निषाद
2) पंजाब : 11 लाख निषाद
3) हरयाणा : 17 लाख निषाद
4) राजस्थान : 80 लाख निषाद
5) गुजरात : 60 लाख निषाद
6) महाराष्ट्र : 56 लाख निषाद
7) गोवा : 11 लाख निषाद
8) कर्णाटक :78 लाख निषाद
9) केरल :25 लाख निषाद
10) तमिलनाडु : 36 लाख निषाद
11) आँध्रप्रदेश : 76लाख निषाद
12) छत्तीसगढ़ : 53 लाख निषाद
13) उड़ीसा : 39 लाख निषाद
14) झारखण्ड : 74 लाख निषाद
15) बिहार : 67 लाख निषाद
16) पश्चिम बंगाल : 24 लाख निषाद
17) मध्य प्रदेश : 97 लाख निषाद
18) उत्तर प्रदेश : 15 करोड़ निषाद
19) उत्तराखंड : 40 लाख निषाद
20) हिमाचल : 66 लाख निषाद
21) सिक्किम : 4 लाख निषाद
22) आसाम : 10 लाख निषाद
23) मिजोरम : 2.5 लाख निषाद
24) अरुणाचल : 4 लाख निषाद
25) नागालैंड : 5 लाख निषाद
26) मणिपुर : 8 लाख निषाद
27) मेघालय : 10 लाख निषाद
28) त्रिपुरा : 3 लाख निषाद
सबसे ज्यादा निषादो वाला राज्य: उत्तर प्रदेश
सबसे कम यादव वाला राज्य : जम्मू और कश्मीर
सबसे ज्यादा निषाद पार्टी के सपोर्टर :उत्तर प्रदेश बिहार
सबसे ज्यादा प्रतिशत वाला राज्य : उत्तर प्रदेश में जनसँख्या के 60 % निषाद
अत्यधिक साक्षर निषाद राज्य :
गोवा और मेघालय
सबसे ज्यादा अच्छी आर्थिक स्तिथि में निषाद : उत्तर प्रदेश
सबसे ज्यादा निषाद राज पार्टी से खौफ खाने वाला राज्य : उत्तर प्रदेश
सबसे ज्यादा निषादो वाला राज्य : उत्तर प्रदेश
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कुछ बात तो है कि हस्ती मिटती नही हमारी ।
मिट गये हमे मिटाने वाले
इस संदेश को इतना फैलाओ कि हर निषाद के मोबाईल मे पहुँचे ....
जय हो निषाद की
जय एकलव्य जी की
केवट का मतलब अभीर होता अभीर का मतलब निडर होता है भगवान एकलव्य ने शेर का दमन किया था तब से निषादो को केवट कहा जाता है
कुछ लडकिया कहती है की NISHAD लड़के पसंद नहीं मैंने भी बोल दिया...!!!
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शेरो के साथ शेरनिया अच्छी लगती है बंदरिया और बकरिया नही...!!!
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हम बादशाहो के बादशाह है इसलिए गुलामो जैसी हरकते नहीं...!!!
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नोटो पर फोटो हमारी भी हो सकती थी पर लोगो की जेब मे रहना हमारी फितरत नहीं..!!
बिकने वाले ओर भी हैं→
जा कर खरीद ले...!!!
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NISHAD कीमत से नहीं,_
किस्मत से मिला करते हैं...!!!
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किसी ने मुझसे पूछा कि NISHAD की जनसंख्या "भारत" में इतनी कम क्यों है ??
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.. मैंने उतर देते हुए कहा - यह प्रकृति का नियम है
यदि शेरों को बढा दिया जाए, तो दुसरी प्रजातियाँ खतरे
मे पड़ जाएगी ...!!!
यदि NISHAD हो तो शेयर करो वर्ना इग्नोर तो दुसरी प्रजातियाँ भी कर देगी ...!!!