गुरुवार, 13 अप्रैल 2017
नही मिला इंसाफ तो छोड़ दुंगी इस्लाम
"यूपी : मुस्लिम महिला का एलान "नहीं मिला इन्साफ तो छोड़ दूंगी इस्लाम, अपना लुंगी सनातन धर्म"
Dainik Bharat 13 Apr. 2017 12:21
इमरान खान मुस्लिम औरतों के साथ क्या होता है ये खबर देख आप सब कुछ समझ जाओगे.मुस्लिम औरत दरवाजे पर जाकर जोर से रोटी हुई ममी दरवाजा खोलो में र...
-अगर जाधव को फांसी हुई तो मोदी पाकिस्तान को अफगानिस्तान का तोरा बोरा बना देगा : इमरान खानमुस्लिम औरतों के साथ क्या होता है ये खबर देख आप सब कुछ समझ जाओगे.मुस्लिम औरत दरवाजे पर जाकर जोर से रोटी हुई ममी दरवाजा खोलो में रिहाना यहा रहने आई हूँ.मुस्लिम महिला ने अपने ससुराल के घर पर जाकर आवाज लगाई तो वहां बहुत सारी भीड़ जमा हो गयी.जब आवाज लगाने पर भी घर का दरवाजा नहीं खुला तो मुस्लिम महिला अपनी पांच saal की बेटी और अपने परिवार वालों के साथ बाहर ही बैठ जाती है.मुस्लिम महिला के हक के लिए हिंदूवादी संगठन आगे आये.तीन तलाक का मुद्दा होने की वजह से वहां मामला और संगीन हो गया और मुस्लिम महिला ने भी एलान कर दिया इंसाफ नहीं मिला तो अपना लुंगी हिन्दू धर्म.आपकी जानकारी के लिए बता दें की ये मामला भी तीन तलाक से जुड़ा हुआ हाउ और युप के बुलंदशहर के सिकंदराबाद तहसील का है.लड़की के पिता मास्टर सगीर की बेटी रिहाना की शादी जमालपुर हमदर्द नगर निवासी मोहम्मद शरीफ एडवोकेट से 2012 में हुई थी।शादी में 30 लाख खर्च किए गए थेउस मुस्लिम महिला को उसके पति ने तंग किया और उसे घर से निकाल दिया.लड़की के घर वाले लड़की को लेकर ससुराल वालों के वहां गए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ लड़के वालों ने दरवाजा नहीं खोला.बहुत शर्म की बात है मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी सच में ही नर्क भरी है मुस्लिम धर्म के ठेकेदार अब कुछ नहीं बोलेंगे आखिर सब कुछ मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ ही क्यों ?देर शाम रिहाना के पक्ष में अखिल भारत ¨हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक पांडेय भी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए। रिहाना को संत व महासभा की राष्ट्रीय सचिव पूजा शकुन पांडेय के पास ले जाया गया।-मीट की दुकान बंद कर दूध बेचने लगा ये मुसलमान, पहले से करने लगा कई गुना अधिक कमाईमीडिया से बातचीत करते हुए हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि रिहाना काफी घबराई हुई है। उसने कहा कि यदि उसे न्याय नहीं मिला तो वह ¨हदू धर्म भी स्वीकार कर लेगी। हमारी पूरी कोशिश की जाएगी कि रेहाना को उसका परिवार मिल जाए। उसका शोषण नहीं होने देंगे।" - यूपी : मुस्लिम महिला का एलान "नहीं मिला इन्साफ तो छोड़ दूंगी इस्लाम, अपना लुंगी सनातन धर्म" http://tz.ucweb.com/4_13zsX
इन जातियों को मिलेगा आरक्षण
"HC के आदेश पर अब योगीराज में इन जातियों को मिलेगा आरक्षण
Punajbkesari.in 13 Apr. 2017 13:36
इलाहाबादः हाईकोर्ट के आदेश पर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में अब 2 जातियों 'भर' और 'राजभर' को अलग से आरक्षण दिए जाने का रास्ता साफ हो गया है। जिसके चलते घुमंतू जाति की श्रेणी में आने वाले लोगों की योगी सरकार अलग से व्यवस्था करेगी। इनके लिए अलग सूची तैयार होगी और ये आदिवासी जाति उसी तरह की व्यवस्था का लाभ पा सकेंगे।
दरअसल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने एक अहम फैसले में घुमंतू व अर्द्ध घुमंतू जाति के लोगों को संविधान की नियमावली के तहत व्यवस्था देने को कहा है। अब सूबे की योगी सरकार को 6 महीने के अंदर ही इस पर फैसला लेना है कि वो इन जाति के लोगों को आरक्षण की कैसी और कौन-सी सूची में रखती है।
मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने सुनवाई सूबे में भर व राजभर जाति को पिछड़ी जाति की सूची में रखा जाता है। इस बाबत इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई कि भर व राजभर पिछड़ी जाति को गैर अधिसूचित आदिवासी जाति की सूची में शामिल किया जाए। याचिका पर मुख्य न्यायाधीश डीबी भोसले और न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा की खंडपीठ ने सुनवाई पूरी करते हुए अपना फैसला सुनाया। कोर्ट ने योगी सरकार को आदेश दिया कि वो 6 महीने में नियमानुसार व्यवस्था स्थापित करे। अब इन जाति के लोगों को राज्य सरकार के सक्षम अधिकारी को अर्जी देने पर आगे की कार्रवाई पूरी हो सकेगी।" - HC के आदेश पर अब योगीराज में इन जातियों को मिलेगा आरक्षण http://tz.ucweb.com/4_11Eau
भारत के १० ऐसे राज्य
"भारत के 10 ऐसे राज्य जहां गाय काटने पर नहीं है कोई प्रतिबंध
Azab Gazab 13 Apr. 2017 15:40
लंबे समय से ये सरकार का ये मुद्दा चला आ रहा है कि हिंदु धर्म में गाय को पूजनीय माना गया है, इसलिए गौ हत्या को बंद किया जाना चाहिए. उत्तर प्रदेश में भी योगी आदित्यनाथ की सरकार बनते ही उन्होंने अवैध रूप से चल रहे बूचड़खानों को बंद करने का बीड़ा उठा लिया है, इसके साथ ही गौवंश हत्या को रोकने का भी काम कर रहे हैं.
Image: Farmer Junction
कई ऐसे राज्य हैं जहां गायों को काटने पर आपको कड़ी से कड़ी सजा हो सकती है वहीं कुछ ऐसे भी राज्य हैं जहां गाय काटने पर आशिंक रूप से प्रतिबंध लगा है. लेकिन आज भी भारत के 10 ऐसे राज्य हैं जहां गायों को काटने पर कोई प्रतिबंध नहीं है. यहां खुलेआम गाय और भैंस का मीट बिकता है और लोग इसे खरीद कर खाते हैं. तो आइए आपको बताते हैं कि राज्यों में है गाय काटने पर प्रतिबंध और किन राज्यों में गाय काटने पर कोई प्रतिबंध नहीं है…
पूरी तरह से प्रतिबंधित राज्य
Image: Inbound Yoga
गौवंश हत्या का मतलब है कि गाय, बैल, बछड़े और सांड किसी की भी हत्या नहीं की जा सकती है. ये नियम 11 राज्यों में लागू है जिसमें हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और दो केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली और चंडीगढ़ शामिल हैं. हरियाणा में गाय काटने पर एक लाख का जुर्माना और 10 साल की कैद की सजा है जबकि महाराष्ट्र में 10 हजार रुपये और 5 साल की सजा का प्रावधान है.
इन राज्यों में गाय काटने पर नहीं है कोई प्रतिबंध
Image: Breakway Back Packers
भारत के इन दस राज्यों में गाय को काटने पर कोई प्रतिबंध नहीं है. इन राज्यों में केरल, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम और एक केंद्र शासित राज्य लक्षद्वीप भी शामिल है. यहां गाय, बछड़ा, बैल और भैंस का मीट खुलेआम बाजारों में बिकता है और खाया जाता है. इन 10 राज्यों में गौवंश को काटने पर कोई प्रतिबंध नहीं है और न ही कोई कानून है. सबसे ज्यादा हैरानी आपको ये जानकर होगी कि इन 10 राज्यों में से 3 ऐसे राज्य भी हैं जहां भारतीय जनता पार्टी का राज है. इन राज्यों में असम, अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर शामिल हैं." - भारत के 10 ऐसे राज्य जहां गाय काटने पर नहीं है कोई प्रतिबंध http://tz.ucweb.com/4_13yQQ
ममता की बोलती बंद
"ममता की बोलती बंद जब पूरे बंगाल में हथियारों से लैस होकर निकले आरएसएस वाले
India Drifts 13 Apr. 2017 08:59
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में अब आरएसएस और बीजेपी ने अपनी पैठ बनाने की ठान ली है। बीते दिन रामनवमी के अवसर पर बीजेपी और आरएसएस के कार्यकर्ता बंगाल की सड़कों पर कुछ ऐसे ही निकले।
बुधवार के दिन बीजेपी और आरएसएस ने भगवा बाने के साथ हाथों में तलवारें लेकर और जय श्री राम के उद्घोष के साथ बाइक पर रैलियां निकालीं। पूरे प्रदेश में वीएचपी, बीजेपी और आरएसएस ने लगभग 150 से ज्यादा रैलियां निकालीं।
इन रैलियों पर बीजेपी की ओर से कहा गया कि यह रैलियां पार्टी की हिंदुत्व वाली विचारधारा को मजबूत बनाने के लिए निकाली गईं। वहीं राज्य में सत्ता पर आसीन टीएमसी की ओर से कहा गया कि बीजेपी लोगों को सांप्रदायिक आधार पर बांटना चाहती है।
आपको बता दें कि इनमें से कई रैलियां ऐसे जिलों में भी निकलीं जहां सांप्रदायिक तनाव का इतिहास रहा है। रैली में शामिल लोग हाथों में तलवार, चाकू और डंडे लिए हुए थे। ये सभी लोग जय श्री राम के साथ जय बजरंग बली और हर हर महादेव का उद्घोष कर रहे थे।
वहीं दूसरी ओर पुलिस इन रैलियों को लेकर काफी आशंकित दिखी कि कहीं को सांप्रदायिक घटना न घट जाए। लेकिन पूरे राज्य से कहीं भी किसी तरह की हिंसा की कोई घटना की शिकायत नहीं आई। इन रैलियों में कुछ जगहों पर अयोध्या में मंदिर बनाने की कसम खाने की बात के पोस्टर भी लहराते हुए दिखे।
संदर्भ पढ़ें" - ममता की बोलती बंद जब पूरे बंगाल में हथियारों से लैस होकर निकले आरएसएस वाले http://tz.ucweb.com/4_13ywI
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