मंगलवार, 4 अप्रैल 2017

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86 लाख कर्ज माफ किसानों के 1 लाख तक माफ

यूपी की सत्ता संभालने के 16 दिन बाद योगी सरकार की पहली कैबिनेट मीटिंग मंगलवार को हुई. कैबिनेट बैठक करीब डेढ़ घंटे चली. सबकी निगाहें इस बात पर टिकी थीं कि योगी सरकार के पिटारे से क्या निकलता है. यूपी के 92.5 फीसदी यानी 86 लघु और सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया गया है. हालांकि प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि इससे 2.15 करोड़ किसानों को लाभ होगा, लेकिन जारी प्रेस नोट में 31 मार्च 2016 तक 86 लाख किसानों को इस कर्ज माफी से होने वाले लाभ के बारे में कहा गया है. सरकार ने 30729 करोड़ का कर्ज पूरी तरह से माफ किया. इन किसानों पर अधिकतम एक लाख रुपये तक का कर्ज है. 7 लाख किसानों का लोन जो एनपीए बन गया है वो भी माफ किया गया है. इन 7 लाख किसानों पर तकरीबन 5630 करोड़ रुपये का एनपीए था जो माफ किया गया है. सरकार ने कुल मिलाकर 36 हजार 359 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है. मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कर्ज माफी का ऐलान किया. गेंहू खरीदेगी सरकारइसके अलावा सरकार 80 लाख मीट्रिक गेंहू खरीदेगी. 5000 गेहूं खरीद केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिन्हें मुख्यमंत्री द्वारा मॉनिटर किया जाएगा. समर्थन मूल्य का पैसा सीधा किसानों के खाते में जाएगा. बिचोलिए खत्म होंगे. किसानों को उनके गेहूं के लिए 1625 रूपये प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) तो मिलेगा ही, उसके अलावा दस रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से ढुलाई और लदाई का भी दिया जाएगा. सरकार सुनिश्चित करेगी कि सभी खरीद केंद्रों पानी और पर्याप्त छाया की व्यवस्था हो. किसान से उसके आधार कार्ड या अन्य ऐसे ही दस्तावेज के आधार पर सीधी खरीद की जाए. आलू के किसानों को राहत पहुंचाई जाएगी. आलू खरीद के लिए तीन लोगों की कमेटी बनेगी. अच्छा काम कर रही एंटी रोमियो स्क्वॉडयूपी सरकार में मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि एंटी रोमियो दस्ता अच्छा काम कर रहा है. अभियान की वाहवाही हुई है. दस्ता थाना स्तर पर बनाया गया है. दस्ता अधिकारियों से ब्रीफिंग लेकर निकलता है दस्ता. उन्होंने कहा कि दस्ते का निर्देश दिए गए हैं कि कपल को परेशान ना किया जाए. कपल को परेशान करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. रोजगार पर रहेगा जोरश्रीकांत शर्मा ने कहा कि रोजगार के लिए युवाओं को बाहर ना जाना पड़े इसके लिए सरकार काम करेगी. मंत्रियों का एक समूह अलग-अलग राज्यों में जाकर वहां की उद्योग नीतियों को समझेगा. यहां पर सिंगल विंडो नीति का निर्माण होगा. दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में ये मंत्रियों का समूह बनेगा. पूंजी निवेश पर जोर रहेगा. अवैध बूचड़खाने नहीं चलाए जाएंगे. 26 अवैध बूचड़खाने बंद किए गए.

नवमी के दिन CM आदित्यनाथ पहली कैबिनेट बैठक ये 9. बडे फैसले

योगी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में किसानों के हित के तमाम फैसले लिए गए. तकरीबन डेढ़ घंटे चली कैबिनेट बैठक के बाद मंत्री श्रीकांत शर्मा और सिद्धार्थनाथ सिंह ने मीडिया को ब्रीफ करते हुए कहा कि अब यूपी में किसानों को बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी. उन्हें गेहूं का सही दाम मिलेगा. नवमी के दिन योगी कैबिनेट में लिए गए 9 बड़े फैसले 1- कैबिनेट बैठक में किसानों के कर्ज माफी का प्रस्ताव पास. यूपी के छोटे और मंझोले किसानों में से 2 करोड़ 15 लाख किसान कर्ज मुक्त. 30,729 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया है. इसमें जिन किसानों ने लगभग एक लाख तक का कर्ज लिया होगा, उसे माफ किया जाएगा. यूपी के 7 लाख किसानों का कर्ज जो अब एनपीए हो चुका है. उस कर्ज को पूरी तरह माफ करते हुए 5630 करोड़ रुपए पास किए गए. 2- अवैध बूचड़खानों पर एक्शन को लेकर कैबिनेट में प्रस्ताव पास. जानकारी दी गई कि योगी सरकार के 16 दिनों के भीतर 26 अवैध बूचड़खाने बंद कराए गए. कैबिनेट में चर्चा हुई कि अवैध बूचड़खाने अब नहीं चलेंगे. सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के आदेशों का पालन होगा. लाइसेंस रिन्यू किए जाते रहेंगे. 3- यूपी में बड़ी तादाद में पूंजी निवेश हो इसके लिए नई उद्योग नीति बनाने का फैसला लिया गया. इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी के सदस्य अलग-अलग राज्यों में जाकर वहां की नीतियों का अध्ययन करेंगे और उसके आधार पर यहां लागू करने का सुझाव देंगे. कमेटी की अध्यक्षता डॉ. दिनेश शर्मा करेंगे. राजेश अग्रवाल, सतीश महाना, नंद गोपाल गुप्ता नंदी और श्रीकांत शर्मा सदस्य के तौर पर शामिल. 4- आलू किसानों के राहत के मद्देनजर इस बात की व्यवस्था की जा रही है कि उन्हें फसल का उचित मूल्य मिले. आलू की खरीद के लिए 3 सदस्यीय कमेटी बनाई गई. कमेटी की अध्यक्षता केशव प्रसाद मौर्य करेंगे. आलू किसानों को राहत देने के तौर-तरीके पर भी कमिटी विचार करेगी. 5- महिला सुरक्षा पर कड़े कदम उठाते हुए एंटी रोमियो स्क्वायड बनाया गया. कैबिनेट में इसकी भी चर्चा हुई, बताया गया काम अच्छा हो रहा है. एंटी रोमियो स्क्वायड राज्य के हर थाने पर गठित है. अभियान की प्रमाणिकता और बढ़ाने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि प्रेमी युगल को अनावश्यक परेशान न किया जाए. 6- किसानों को मुख्य धारा में लाने पर भी कैबिनेट में विचार-विमर्श हुआ. तय किया गया कि अब फसल के समर्थन मूल्य का पैसा सीधे किसानों के खाते में जाएगा. एमएसपी 1625 रुपये के अलावा प्रत्येक कुंतल पर 10 रुपये ढुलाई का भी भुगतान होगा. किसानों से सीधे गेहूं खरीदा जाएगा. किसानों को बिचौलियों से मुक्ति मिलेगी. 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य. आधार और जोताई के कागज देखे जाएंगे. प्रदेश में 5000 गेहूं खरीद केंद्र सुचारू रूप से चलने का आदेश. 7- किसान राहत बॉन्ड का भी ऐलान. FRVM के मुताबिक डेबिट 3% से ऊपर नहीं जा सकते. इसको अब बॉन्ड से माफ करेंगे. इसे किसान राहत बॉन्ड कहा जाएगा. 8- राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया. 9- गाजीपुर में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाने का फैसला लिया गया.

8 विदुंओ पर समझे किसानों की कर्ज माफी

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के शपथ ग्रहण के बाद से ही सबको इस बात का इंतजार था कि यूपी की नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक कब होती है. इसकी वजह भी थी. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान ये वायदा किया था कि यूपी में बीजेपी की सरकार बनने के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में ही छोटे किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा. अब जबकि सरकार ने कैबिनेट की बैठक में किसानों की कर्जमाफी का ऐलान कर दिया है तो एक तरह से पीएम मोदी का वायदा पूरा हो गया है. विपक्ष आरोप लगा रहा है कि पीएम ने जब वायदा किया था तो किसी सीमा का जिक्र नहीं किया था लेकिन सरकार ने महज एक लाख रुपये तक के कर्ज माफ किए हैं जबकि सरकार का कहना है कि कर्जमाफी की परिधि में तकरीबन 92.5 फीसदी किसान आ गए हैं और इससे सरकारी खजाने पर कुल मिलाकर 36 हजार करोड़ रुपये का भार पड़ने वाला है. किसानों के कर्जमाफी का अर्थशास्त्र क्या होगा इसे नीचे दिए गए बिंदुओं से समझा जा सकता है... 1- मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के मुताबिक यूपी के 92.5 फीसदी यानी 2 करोड़ 15 लाख लघु और सीमांत किसानों का कर्ज माफ. हालांकि सरकारी प्रेसनोट में ये संख्या तकरीबन 86 लाख बताई गई है. 2- इन किसानों का कुल 30 हजार 729 करोड़ का कर्ज माफ. 3- इन किसानों पर है अधिकतम एक लाख रुपये तक का कर्ज. 4- 7 लाख किसानों का लोन जो एनपीए बन गया है वो भी माफ किया गया है. 5- इन 7 लाख किसानों पर तकरीबन 5630 करोड़ रुपये का एनपीए था जो माफ किया गया है. 6- सरकार ने कुल मिलाकर 36 हजार 359 करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है. 7- FRVM के मुताबिक डेबिट 3% से ऊपर नहीं जा सकते इसलिए सरकार बॉन्ड का रास्ता अपनाएगी जिसे किसान राहत बॉन्ड कहा जाएगा. 8- बीजेपी के संकल्प पत्र में छोटे किसानों के फसली ऋण माफ करने का वायदा किया गया था जिसे पूरा कर दिया गया है.

इस बारIPL मैंचों मे जानिए क्या है नया

बुधवार को पिछले सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बंगलुरु के बीच मुकाबले के साथ आईपीएल-10 की शुरुआत हो जाएगी. बल्ले और गेंद के बीच 47 दिनों के इस रोमांचक संघर्ष में पूरे 60 मैच होंगे. इस दैरान कई ऐसी चीजें होंगी, जिन्हें आप पहली बार देखेंगे. आइए जानते हैं इस बार क्या-क्या नया होगा- 1. महेंद्र सिंह धोनी एक खिलाड़ी के तौर मैदान पर होंगे, न कि कप्तान के रूप में. उन्होंने आईपीएल के लगातार 9 सीजन में कप्तानी की. इस बार राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स ने स्टीव स्मिथ को अपना कप्तान बनाया है. 2. अफगानिस्तान के खिलाड़ी पहली बार आईपीएल में खेलते दिखेंगे. 18 वर्षीय राशिद खान के अलावा अनुभवी मो.नबी हैदराबाद सनराइजर्स की ओर से खेलते नजर आएंगे. 3.यूएई में आईपीएल ब्वॉय के नाम से सुर्खियों में आए चिराग सुरी गुजरात लॉयंस की तरफ से खलेंगे. वे यूएई के पहले खिलाड़ी होंगे, जिन पर आईपीएल फ्रेंचाइजी ने दांव लगाया है. 4. ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर ग्लेन मैक्सवेल पहली बार आईपीएल में कप्तानी करते नजर आएंगे. किंग्स इलेवन पंजाब ने पिछले सीजन में कप्तान रहे मुरली विजय की जगह उन्हें टीम की कमान सौंपी है. 5.आईपीएल 2017 में पहली बार हेलमेट कैम का इस्तेमाल किया जाएगा. आईपीएल फैंस के लिए अब और बारीकी से मैच देखने का मौका मिलेगा. बिग बैश लीग में इसका प्रयोग किया जा चुका है. 6. इस बार पिछली बार की तुलना में कई अंग्रेज खिलाड़ी जोर आजमाइश करते नजर आएंगे. इनमें सबसे महंगे बिके बेन स्टोक्स के अलावा टाइमल मिल्स, सैम बिलिंग्स, इयोन मॉर्गन, क्रिस जॉर्डन, क्रिस वोक्स, जेसन रॉय शामिल हैं. 7. अनकैप्ड प्लैयर्स में इस बार टी. नटराजन, मो. सिराज और के. गौतम पर सारी निगाहें हैं. तमिलनाडु के नटराजन का परिवार सड़क किनारे दुकान लगाता है. किंग्स इलेवन पंजाब ने उन पर 3 करोड़ रु. लगाए हैं, जो भारत के अनक्पैड प्लेयर्स में सबसे ज्यादा है. हैदराबाद के सिराज के पिता ऑटो चलाते हैं, सनराइजर्स ने सिराज को 2.6 करोड़ रु. में खरीदा है. कर्नाटक के युवा स्पिनर नटराजन पर मुंबई इंडियंस ने 2 करोड़ रु. लगाए हैं. 8. आईपीएल-10 कई मायनों में अद्वितीय है. इसके आठ उद्घाटन समारोह अलग-अलग दिनों सभी 8 फ्रेंचाइजियों के ग्राउंड पर होंगे. 9. पहली बार आीपीएल के ओपनिंग मैच में मुंबई इंडियंस और कोलकाता नाइट राउडर्स नहीं खेल रहे होंगे. क्योंकि इस बार आरसीबी और हैदराबाद के बीच उद्घाटन मुकाबला होगा.

दिनेश लाल निरहुआ नई फिल्म निरहुआ हिन्दुस्तानी 2 आम्रपाली को छोड़कर नई हिरोइन देखे ईस विडियो मे


सुझाव

"सुबह भूलकर भी नहीं करें ये 6 गलतियां, बढ़ जाएगा वजन 2 Apr. 2017 KHABAR DESH KI Followers 1290 Follow वजन बढ़ने की प्रॉब्लम कई लोगों को रहती है। यह प्रॉब्लम तब और बढ़ जाती है, जब हम सुबह के समय कुछ आदतों को रुटीन में शामिल कर लेते हैं। इन आदतों का बुरा असर हमारी मेटाबॉलिज्म (फैट बर्निंग) प्रोसेस पर पड़ता है। इसके कारण कैलोरी ठीक तरीके से बर्न नहीं हो पाती है और यह फैट में बदल जाती है। ऐसे में वजन बढ़ने लगता है। :- सुबह देर तक (10 घटें से ज्यादा) सोने से बॉडी में कॉर्टिसोल नामक स्ट्रेस हॉर्मोन बनने लगता है। यह हॉर्मोन बॉडी फैट बढ़ाता है। :- सुबह की धूप में मौजूद अल्ट्रावायलेट किरणें फैंट बर्निग प्रोसेस तेज करती है। अगर हम रेग्युलर सुबह 20 से 30 मिनट की धूप नहीं लेते है, तो वजन बढऩे लगता है। :- जो लोग सुबह का नाश्ता नहीं करते है, उनकी फैंट बर्निग प्रोसेस स्लो हो जाती है। नाश्ते में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेड जरूर शामिल करें। :- रेग्युलर 20 मिनट मॉर्निग वॉक या फिजिकल एक्सरसाइज न करने से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है। ऐसे में वजन बढ़ सकता है। :- सुबह पेट एकदम खाली रहता है। इस दौरान अगर हाई वाले स्नैक्स जैसे चिप्स, सैंडविच या बर्गर खाते हैं तो ये फैट में बदल जाते हैं। इससे मोटापा बढ़ सकता है। :- सुबह खाली पेट एक या दो गिलास गुनगुना पानी न पीने से टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाते हैं। इससे फैंट बर्निग प्रोसेस स्लो होती है।" - सुबह भूलकर भी नहीं करें ये 6 गलतियां, बढ़ जाएगा वजन http://tz.ucweb.com/4_jEZA

सरकारी योजना का लाभ कैसे ले

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सुझाव पेट ते किडे खत्म करने के

"यह 1 चमत्कारिक नुस्खा अपनाएं, केवल 2 दिन में पेट के कीड़ों से छुटकारा पाएं Onlymyhealth Hindi 4 Apr. 2017 00:26 पेट में कीड़े होना कोई मामूली समस्या नहीं है। ये बीमारी कई कारणों से हो सकती हैं। संक्रमित भोजन व पेय पदार्थों के सेवन, घरों के आसपास गंदगी, कच्चा भोजन, या दूषित खाना आदि का लम्बे समय तक सेवन करने से पेट में कीड़े होने के चांस ज्यादा रहतेे हैं। पेट में कीड़े होने से बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर काफी प्रभाव पड़ता है। आमतौर पर पेट के कीड़ों के लक्षण हर किसी को एक से नहीं होते हैं। ये लक्षण कीड़ों के प्रकार व उनकी संख्या पर भी निर्भर करते हैं। कई बच्चों को स्कूल में पेंसिल, रबड़ और चॉक खाने की आदत होती है। ऐसा करना भी पेट में कीड़े होने का एक बहुत बड़ा कारण है। मुसीबत तब बढ़ती है जब पेट में मौजूद कीड़े अपने अंडे देते हैं और इन अंडों में से भी कीड़े निकलने शुरू हो जाते हैं। अगर आप इस बात का पता नहीं लगा पा रहे हैं कि आपके या आपके बच्चे के पेट में कीड़े हैं या नहीं तो आज हम आपको कुछ खास लक्षण बता रहे हैं। इन्हें पढ़कर आप अंदाजा लगा सकते हैं। पेट में दर्द होना, जरूरत से ज्यादा भूख लगना, वजन का कम होना, कमजोरी होना, पेट में सूजन आना, पैरों में दर्द, नींद में दांतों का आपस में पीसना, होठ सफेद होना, सिर दर्द, शरीर का रंग काला होना और चेहरे पर सफेद चकते पड़ना। इन लक्षणों में से अगर तीन लक्षण भी आपको अपने आसपास महसूस हो रहे हैं तो आज हम इनके लिए जो उपचार बता रहे हैं उसे आप जल्दी लेना शुरू कर दें।" - यह 1 चमत्कारिक नुस्खा अपनाएं, केवल 2 दिन में पेट के कीड़ों से छुटकारा पाएं http://tz.ucweb.com/4_iCXg

गरीबी दुर करने के वास्तु उपाय

दोस्तों कई बार हमारी कुछ गलत आदतें हमें कई तरह की समस्याओं में डाल सकती हैं। यदि हमें इनके बारे में पहले से पता हो तो हम आने वाली समस्याओं से बच सकते हैं। वास्तु के अनुसार यदि आप जीवन में चाहते हैं अपार धन और सुख शांति तो कुछ उपायों को करें। इन उपायों को करने से कभी दरिद्रता और गरीबी नहीं आती है। दरवाजे के सामने कभी भी बेडरूप के दरवाजे के सामने पैर करके ना सोएं। वास्तु के अनुसार एैसा अशुभ माना जाता है। और इसी वजह से घर पर लक्ष्मी नहीं आती है।   घड़ी वास्तु में घड़ी का भी बहुत महत्व है। तकिये या सिर के नीचे या बेड के सामने व पीछे घड़ी रखकर नहीं सोना चाहते हैं। इससे इंसान का दिमाग नकारात्मक सोचता है और उसके पास कभी लक्ष्मी नहीं टिकती है। बेड़ आप जिस बिस्तर पर सोते हैं उसपर बहुत ही साधारण रंग की चादर और तकिया हो। अत्याधिक गहरे व चमकीले रंग वाली चादर व तकिये के कवर से भी लक्ष्मी नहंी टिकती है। बेड़ के बीच में पंखा या लैंप या फिर किसी भी तरह के इलेक्ट्रानिक उपकरण नहीं होना चाहिए। इससे इंसान के घर पर गरीबी रहती है। लंबी उम्र और पैसों की कमी दूर करने के लिए आप हमेशा अपने पैर पश्चिम दिशा और सिर दक्षिण दिशा में करके सोना चाहिए। पूर्वजों की फोटों  जिस कमरे में आप सोते हैं वहां पर मंदिर ना हो और ना ही बेडरूम में पूर्वजों की फोटों भी नहीं होनी चाहिए। इसे अशुभ माना जाता है। अपने बेडरूम में हिंसक जानवरों, युद्ध की तस्वीरें भी नहीं लगाएं। इसकी जगह आप कुछ सुंदर व मोहक तस्वीरें लगाएं। वास्तु के अनुसार बेडरूम में हल्के रंग का गुलाबी प्रकाश होना चाहिए। इससे घर में धन की कमी नहीं रहती है साथ ही पति पत्नी में आपस में प्रेम बना रहता है।" - गरीबी दूर करने के वास्तु उपाय – इस दिशा में पैर कर के न सोएं http://tz.ucweb.com/4_iBzb

कैसे और क्यों किया जाता है,नवरात्रि मे कन्या का पुजन

"कैसे और क्यों किया जाता है नवरात्रि में कन्या पूजन   नवरात्र पर्व के आठवें और नौवें दिन कन्या पूजन और उन्हें घर बुलाकर भोजन कराने का विधान होता है. दुर्गाष्टमी और नवमी के दिन आखरी नवरात्रों में इन कन्याओ को नौ देवी स्वरुप मानकर इनका स्वागत किया जाता है | माना जाता है की इन कन्याओ को देवियों की तरह आदर सत्कार और भोज से माँ दुर्गा प्रसन्न हो जाती है और अपने भक्तो को सुख समृधि का वरदान दे जाती है | नवरात्र पर्व के दौरान कन्या पूजन का बडा महत्व है. नौ कन्याओं को नौ देवियों के प्रतिविंब के रूप में पूजने के बाद ही भक्त का नवरात्र व्रत पूरा होता है. अपने सामर्थ्य के अनुसार उन्हें भोग लगाकर दक्षिणा देने मात्र से ही मां दुर्गा प्रसन्न हो जाती हैं और भक्तों को उनका मनचाहा वरदान देती हैं. नवरात्रे के किस दिन करें कन्या पूजन : कुछ लोग नवमी के दिन भी कन्या पूजन और भोज रखते हैं और कुछ लोग अष्टमी के दिन | अष्टमी के दिन भी कन्या पूजन श्रेष्ठ रहता है | कन्या पूजन विधि जिन कन्याओ को भोज पर खाने के लिए बुलाना है , उन्हें एक दिन पहले ही न्योता दे दे |  अब इन कन्याओ को आरामदायक और स्वच्छ जगह बिठाकर इन सभी के पैरो को बारी बारी से अपने हाथो से उनके पैर धोने चाहिए और पैर छुकर आशीष लेना चाहिए | उसके बाद पैरो पर अक्षत, फूल और कुंकुम लगाना चाहिए | फिर माँ भगवती का ध्यान करके इन देवी रुपी कन्याओ को इच्छा अनुसार भोजन कराये | भोजन के बाद कन्याओ को अपने सामर्थ के अनुसार दक्षिणा दे , उपहार दे और उनके पुनः पैर छूकर आशीष ले | नवरात्र पर्व पर कन्या पूजन में कितनी हो कन्याओं की उम्र ? कन्याओं की आयु दो वर्ष से ऊपर तथा 10 वर्ष तक होनी चाहिए और इनकी संख्या कम से कम 9 तो होनी ही चाहिए | यदि 9 से ज्यादा कन्या भोज पर आ रही है तो कोई आपत्ति नहीं है | सिर्फ 9 दिन ही नहीं है यह कन्या देवियाँ : नवरात्रों में भारत में कन्याओ को देवी तुल्य मानकर पूजा जाता है | यह देवी तुल्य है | इनका सम्मान करना इन्हे आदर देना ही ईश्वर की पूजा के तुल्य है |" - कैसे और क्यों किया जाता है नवरात्रि में कन्या पूजन, जानने के लिए क्लिक करें http://tz.ucweb.com/4_iA0T

कुंभकर्ण से जुडी़ कुछ रोचक बातें

आइए जानते है रामयण के एक प्रमुख पात्र और रावण के भाई कुम्भकर्ण से जुडी कुछ रोचक बातें। ब्रह्मा जी ने दिया था छः महीने सोने का वरदान रावण, विभीषण और कुंभकर्ण तीनों भाईयों ने ब्रह्माजी को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या की थी। तपस्या से प्रसन्न होकर जब ब्रह्माजी प्रकट हुए तो कुंभकर्ण को वरदान देने से पहले चिंतित थे। इस संबंध में श्रीरामचरित मानस में लिखा है कि- पुनि प्रभु कुंभकरन पहिं गयऊ। तेहि बिलोकि मन बिसमय भयऊ। इसका अर्थ यह है कि रावण को मनचाहा वरदान देने के बाद ब्रह्माजी कुंभकर्ण के पास गए। उसे देखकर ब्रह्माजी के मन में बड़ा आश्चर्य हुआ।   जौं एहिं खल नित करब अहारू। होइहि सब उजारि संसारू।। सारद प्रेरि तासु मति फेरी। मागेसि नीद मास षट केरी।।   ब्रह्माजी की चिंता का कारण ये था कि यदि कुंभकर्ण हर रोज भरपेट भोजन करेगा तो जल्दी ही पूरी सृष्टि नष्ट हो जाएगी। इस कारण ब्रह्माजी ने सरस्वती के द्वारा कुंभकर्ण की बुद्धि भ्रमित कर दी थी। कुंभकर्ण ने मतिभ्रम के कारण 6 माह तक सोते रहने का वरदान मांग लिया।   कुंभकर्ण था अत्यंत बलवान:  कुंभकर्ण के विषय में श्रीराम चरित मानस में लिखा है कि- अतिबल कुंभकरन अस भ्राता। जेहि कहुँ नहिं प्रतिभट जग जाता।। करइ पान सोवइ षट मासा। जागत होइ तिहुँ पुर त्रासा।। रावण का भाई कुंभकर्ण अत्यंत बलवान था, इससे टक्कर लेने वाला कोई योद्धा पूरे जगत में नहीं था। वह मदिरा पीकर छ: माह सोया करता था। जब कुंभकर्ण जागता था तो तीनों लोकों में हाहाकार मच जाता था।     तब कुंभकर्ण को हुआ था दुख रावण द्वारा सीता हरण के बाद श्रीराम वानर सहित लंका पहुंच गए थे। श्रीराम और रावण, दोनों की सेनाओं के बीच घमासान युद्ध होने लगा, उस समय कुंभकर्ण सो रहा था। जब रावण के कई महारथी मारे जा चुके थे, तब कुंभकर्ण को जगाने का आदेश दिया गया। कई प्रकार के उपायों के बाद जब कुंभकर्ण जागा और उसे मालूम हुआ कि रावण ने सीता का हरण किया है तो उसे बहुत दुख हुआ था। जगदंबा हरि आनि अब सठ चाहत कल्यान। कुंभकर्ण दुखी होकर रावण से बोला कि अरे मूर्ख। तूने जगत जननी का हरण किया है और अब तू अपना कल्याण चाहता है? इसके बाद कुंभकर्ण ने रावण को कई प्रकार से समझाया कि श्रीराम से क्षमायाचना कर लें और सीता को सकुशल लौटा दे। ताकि राक्षस कुल का नाश होने से बच जाए। इतना समझाने के बाद भी रावण नहीं माना। कुंभकर्ण को नारद ने दिया था तत्वज्ञान कुंभकर्ण को पाप-पुण्य और धर्म-कर्म से कोई लेना-देना नहीं था। वह तो हर 6 माह में एक बार जागता था। उसका पूरा एक दिन भोजन करने में और सभी का कुशल-मंगल जानने में व्यतीत हो जाता था। रावण के अधार्मिक कार्यों में उसका कोई सहयोग नहीं होता था। कुंभकर्ण राक्षस जरूर था, लेकिन अधर्म से दूर ही रहता था। इसी वजह से स्वयं देवर्षि नारद ने कुंभकर्ण को तत्वज्ञान का उपदेश दिया था। रावण का मान रखने के लिए कुंभकर्ण तैयार हो गया युद्ध के लिए जब रावण युद्ध टालने की बातें नहीं माना तो कुंभकर्ण बड़े भाई का मान रखते हुए युद्ध के लिए तैयार हो गया। कुंभकर्ण जानता था कि श्रीराम साक्षात भगवान विष्णु के अवतार हैं और उन्हें युद्ध में पराजित कर पाना असंभव है। इसके बाद भी रावण का मान रखते हुए, वह श्रीराम से युद्ध करने गया। श्रीराम चरित मानस के अनुसार कुंभकर्ण श्रीराम के द्वारा मुक्ति पाने के भाव मन में रखकर युद्ध करने गया था। उसके मन में श्रीराम के प्रति भक्ति थी। भगवान के बाण लगते ही कुंभकर्ण ने देह त्याग दी और उसका जीवन सफल हो गया।" - कुंभकर्ण से जुडी कुछ रोचक बातें http://tz.ucweb.com/4_iz8f

SBI के मिनिमम बैलेंस देखे

"SBI ने मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर शुल्क वसूलना शुरू किया, चेक बुक और लॉकर पर अधिक चार्ज Zee News 3 Apr. 2017 23:02 एसबीआई के विभिन्न सेवाओं के लिए शुल्क बढ़ाने के निर्णय के बाद अन्य बैंक भी ऐसा करने को प्रोत्साहित हो सकते हैं नयी दिल्ली: भारतीय स्टेट बैंक ने अपने खाताधारकों से खाते में न्यूनतम राशि नहीं रखने पर अधिक शुल्क वसूलना शुरू कर दिया है. साथ ही अब चेक बुक और लॉकर के लिए अधिक शुल्क देना होगा. इसमें बैंक के साथ विलय हुए छह बैंकों के ग्राहक भी शामिल हैं. एसबीआई के विभिन्न सेवाओं के लिए शुल्क बढ़ाने के निर्णय के बाद अन्य बैंक भी ऐसा करने को प्रोत्साहित हो सकते हैं. इससे देश भर में ग्राहक प्रभावित होंगे. न्यूनतम 5000 रुपए रखने होंगे बैंक में ये शुल्क पांच पूर्व एसोसिएट बैंक तथा भारतीय महिला बैंक के ग्राहकों पर भी लागू होंगे. इन बैंकों का स्टैट बैंक में विलय एक अप्रैल से प्रभाव में आ गया. विलय के बाद एसबीआई ग्राहकों की संख्या बढ़कर 37 करोड़ हो गई है. अब मासिक आधार पर छह महानगरों में एसबीआई की शाखा में औसतन 5,000 रुपए रखने होंगे. वहीं शहरी और अर्ध-शहरी शाखाओं के लिए क्रमश: न्यूनतम राशि सीमा 3,000 रुपए और 2,000 रुपए रखी गई है. ग्रामीण शाखाओं के मामले में न्यूनतम राशि 1,000 रुपये तय की गई है. न्यूनतम राशि नहीं रखने पर भरने होंगे जुर्माने एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार एसबीआई के बचत खाताधारकों को मासिक आधार पर न्यूनतम राशि को अपने खाते में रखना होगा. ऐसा नहीं होने पर उन्हें 20 रुपए (ग्रामीण शाखा) से 100 रुपए (महानगर) देने होंगे. बैंक में 31 मार्च तक बिना चेक बुक वाले बचत खाते में 500 रुपये और चेक बुक की सुविधा के साथ 1,000 रुपये रखने की आवश्यकता थी. हालांकि सुरभि, मूल बचत खाता और प्रधानमंत्री जनधन योजना खातों में यह व्यवस्था लागू नहीं होगी. चेक के प्रति पन्ने के लिए देने होंगे तीन रुपए इसके अलावा बैंक ने लॉकर किराया भी बढ़ा दिया है. साथ ही एक साल में लॉकर के उपयोग की संख्या भी कम कर दी है. 12 बार उपयोग करने के बाद ग्राहक 100 रुपए के साथ सेवा कर देना होगा. चेक बुक के मामले में चालू खाताधारकों को एक वित्त वर्ष में 50 चेक मुफ्त मिलेंगे. उसके बाद उन्हें चेक के प्रति पन्ने के लिए तीन रुपए देने होंगे. इस प्रकार, 25 पन्नों वाले चेक बुक के लिए उन्हें 75 रुपए के साथ सेवा कर देना होगा. एसबीआई के बचत खाते में अगर 25,000 रुपये बना रहता है तो संबंधित ग्राहक असीमित बार एटीएम का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि पांच बार से अधिक एटीएम के उपयोग करने पर ग्राहक को शुल्क देना होगा." - SBI ने मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर शुल्क वसूलना शुरू किया, चेक बुक और लॉकर पर अधिक चार्ज http://tz.ucweb.com/4_ixQe