मंगलवार, 21 मार्च 2017

लौकी कोप्ता रेसिपी बनाना

लौकी (घीया), अंग्रेजी में Bottle Gourd और गुजराती में दूधी के नाम से जाना जाता है, आम तौर पर हर घर में इसकी सब्जी बनती है जो ज्यादातर लोगो को पसंद नहीं आती है लेकिन आज हम लौकी में से ही बनने वाली एक लोकप्रिय सब्जी – लौकी के कोफ्ते बनाने वाले है जो खाने में बहुत ही स्वादिष्ट है और सबको पसंद भी आती है। इस सब्जी बनाने के लिए सबसे पहले कदूकस लौकी, बेसन, चावल का आटा और अदरक-लहसुन का पेस्ट के मिश्रण में से कोफ्ते (छोटे छोटे गोले) बनाकर उन्हें सुनहरे होने तक तले जाते है और फिर टमाटर और काजू की मसालेदार ग्रेवी में पकाये जाते है। इस रेसिपी में लौकी के कोफ्ते और मसालेदार ग्रेवी बनाने की विधि तस्वीरों के साथ विस्तृत रूप से बताई गई है। पूर्व तैयारियों का समय: 10 मिनट पकाने का समय: 35 मिनट कितने लोगो के लिए: 4 अंग्रेज़ी में लौकी के कोफ्ते रेसिपी पढ़े (Read in English) कोफ्ता के लिए सामग्री: 1½ कप कद्दूकस की हूई लौकी (घीया / दूधी) 5 टेबलस्पून बेसन 2 टेबलस्पून चावल का आटा 1/4 टीस्पून हल्दी पाउडर 1 हरी मिर्च, बारीक कटी हुई 1/2 टेबलस्पून अदरक -लहसुन का पेस्ट 2 टेबलस्पून बारीक कटा हुआ प्याज तलने के लिए तेल नमक स्वाद अनुसार ग्रेवी के लिए 2 मध्यम टमाटर 2 टेबलस्पून काजू, 20 मिनट के लिए पानी में भिगो दे 1/2 टीस्पून जीरा 1/2 टेबलस्पून अदरक-लहसुन का पेस्ट 2 मध्यम प्याज, बारीक कटा हुआ 1 टीस्पून धनिया पाउडर 1/2 टीस्पून लाल मिर्च पाउडर 1/2 टीस्पून गरम मसाला पाउडर 1/4 टीस्पून हल्दी पाउडर 1/4 कप गाढ़ा दही (खट्टा नहीं) 3/4 कप पानी 2 टेबलस्पून तेल नमक स्वाद अनुसार कोफ्ता बनाने की विधि (Lauki Kofta Banane Ki Vidhi Hindi Me): लौकी को छीलिये और उसे कद्दूकस कर ले। छीली हुई लौकी को अच्छेसे निचोड़ कर एक कटोरे में पानी निकाल दे, पानी को ग्रेवी बनाने के लिए रखे। एक बड़े कटोरे में निचोडी हुई लौकी लीजिये। उसमे बेसन (चने का आटा), चावल का आटा, हल्दी पाउडर, अदरक-लहसुन का पेस्ट, बारीक कटी हुई हरी मिर्च, बारीक कटा हुआ प्याज और नमक डालें। अच्छी तरह से सभी सामग्री मिलाएं। मिश्रण गाढ़ा होना चाहिए, उसमे से आसानी से छोटे गोले बन जाये ऐसा होना चाहिए। अगर मिश्रण ज्यादा गीला लगे तो 1-2 टीस्पून बेसन डाले और मिलाएं। मिश्रण में से तुरंत ही गोले बना दे, अगर वह ज्यादा देर तक वैसा ही पड़ा रहा तो वह गीला हो जाएगा क्योंकि लौकी में से पानी निकलता रहेगा और आप आसानी से कोफ्ता के लिए गोले नहीं बना सकेंगे। अपनी हथेलियों में तेल लगाकर चिकना कर ले और मिश्रण को 10 से 12 भागों में बाँट ले। प्रत्येक भाग ले और उसमे से छोटा गोल बना दे। एक फ्राइंग पैन (कड़ाही) में मध्यम आंच पर तलने के लिए तेल गरम करें। जब तेल मध्यम गर्म हो तब 3-4 गोले तेल में डाले और उन्हें हल्के सुनहरे भूरे रंग के होने तक तले। उन्हें तेल में से निकाल कर एक प्लेट में पेपर नेपकिन के ऊपर रखे। ग्रेवी बनाने की विधि: टमाटर को ब्लांच कर ले और उन्हें काजू के साथ मिक्सी में पीसकर प्यूरी बना ले। एक कड़ाही में मध्यम आंच पर 2- टेबलस्पून तेल गरम करें। उसमें जीरा डालें और उसे सुनहरा होने तक या लगभग 7-10 सेकंड के लिये भूने। अदरक-लहसुन का पेस्ट डाले और 30-40 सेकंड के लिए भूने। कटा हुआ प्याज डाले और उसे हल्के गुलाबी रंग का होने तक भूने। टमाटर-काजू की प्यूरी डाले और मिलाएं। 3-4 मिनट के लिए भूने। लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, गरम मसाला पाउडर, हल्दी पाउडर और नमक डाले (नमक सिर्फ ग्रेवी के लिए डाले)। अच्छी तरह से मिलाएं और एक मिनट के लिए भूने। गाढ़ा दही डाले और मिलाएं। एक मिनट के लिए भूने। लौकी का पानी (स्टेप-2 में रखा हुआ) और 1/ 2 कप पानी डालें, और 3-4 मिनट के लिए मध्यम आंच पर पकने दे। कभी कभी बीच में हिलाते रहे। ग्रेवी में तले हुए कोफ्ते के गोले डाले। अच्छे से मिलाएं और 5-6 मिनट के लिए पकने दे। गैस बंद कर दे और उसे एक परोसने के कटोरे में निकाल कर हरे धनिये से सजाइये। सुझाव और विविधता: कोफ्ते को मध्यम आंच पर ही तले। अगर आप उसे उच्च आंच पर तलते है तो वे तुरंत ही गहरे भूरे हो जायेंगे लेकिन अंदर से कच्चे रहेंगे। तेल का इस्तेमाल कम करने के लिए आप कोफ्ते को तलने के बजाय नॉन-स्टिक पैन (अप्पम पैन) में कम तेल में सेक सकते है। इस रेसिपी में कटे हुए प्याज के कारण स्मूध (मुलायम) ग्रेवी तैयार नहीं होती है। अगर आप स्मूध ग्रेवी पसंद करते हैं तो स्टेप-6 में मिश्रण को पीस ले। स्वाद: तीखा और मसालेदार परोसने के तरीके: इसे आप अपने पसंदीदा फुल्का, तंदूरी रोटी या बटर नान में से किसी के भी साथ परोसें। इसे आप वेजिटेबल पुलाव, जीरा राइस, घी राइस, मटर पुलाव या किसी भी तरह के चावल के साथ भी परोस सकते है।

जीरा राइस रेसिपी बनाने कि विधि

जीरा राइस पंजाबी खाने की बहुत लोकप्रिय रेसिपी है। आसान शब्दों में यह भुने हुए जीरे की मोहक खुशबू वाले उबले हुए बासमती चावल है। इस सरल रेसिपी में चावल के स्वाद को बढ़ाने के लिए घी में भुने हुए प्याज़ और काजू का भी इस्तेमाल किया गया है। इसे प्रेशर कुकर का इस्तेमाल करने की जगह ढक्कन वाली कडाही में पकाया गया है जिससे चावल का एक-एक दाना पकने के बाद अलग हो। पूर्व तैयारियों का समय: 20 मिनट पकाने का समय: 20 मिनट कितने लोगों के लिए: 2 अंग्रेज़ी में जीरा राइस रेसिपी पढ़े (Read in English) सामग्री: 1/2 कप बासमती चावल (लंबे दाने वाला चावल) 1 टेबलस्पून घी या तेल 2 टीस्पून जीरा 1 छोटा प्याज, कतरा हुआ 8-10 काजू, आधे हिस्से में कटे हुए 1¼ कप गरम पानी नमक, स्वादानुसार विधि (Jeera Rice Banane Ki Vidhi Hindi Me): बासमती चावल को 15-20 मिनट के लिए पानी में भिगोकर रखिये और बाद मे अधिक पानी निकाल लीजिये। एक कडाही में घी या तेल मध्यम आंच पर गरम कीजिये। काजू डालकर कलछी से चलाते हुए तब तक भूनिए जब तक वह हलके भूरे रंग के नहीं हो जाते। उन्हें एक थाली में निकाल लीजिये। उसी घी में जीरा डालकर भूनिए। प्याज़ डालकर हलके भूरे रंग का होने तक भूनिए। भीगे हुए चावल डालकर कलछी से चलाते हुए 2-3 मिनट के लिए पकाइए। 1¼ कप गरम पानी और नमक (स्वादानुसार) डालकर मध्यम आँच पर 2 मिनट के लिए पकाइए। 2 मिनट के बाद कडाही को ढंककर धीमी आँच पर 8-10 मिनट के लिए पकाइए। बीच में ढक्कन मत खोलिए क्योंकी इससे चावल कच्चे रह जाएंगे। गैस बंद करके कडाही को 8-10 मिनट के लिए रहने दीजिये। 10 मिनट के बाद ढक्कन खोलकर पके हुए जीरा राइस को एक कटोरे मे निकाल लीजिये। तले हुए काजू से सजाइए और दाल फ़्राय या दाल तड़का के साथ गरमा-गरम परोसिये। सुझाव और विविधता: ऊपर दिए गए तरीके से आप जीरा राइस को प्रेशर कुकर में भी बना सकते है। कडाही की जगह 3 लीटर का प्रेशर कुकर (एल्युमीनियम या स्टील) लेकर 3 सीटीयाँ बजने तक पकाइए। पहली सीटी तेज़ आँच पर और बाकी की दो सीटीयाँ धीमी आँच पर बजने दे। चावल पकाते वक्त थोडा सा निम्बू का रस (स्टेप-5 में) डालने से चावल चिपचिपे नहीं बनेंगे और एक एक दाना अलग हो जाएगा। बासमती चावल को पकाने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाले पानी की मात्रा चावल के प्रकार और उम्र पर निर्भर करता है। पानी की मात्रा के बारे में जानकारी आपको चावल के पैकेट के पीछे लिखी हुई मिलेगी। आम तौर पर यह 1 कप चावल के लिये 2 से 2½ कप के बीच में होती है। स्वाद: घी की खुशबू और काजू की मिठास के साथ थोडा सा नमकीन स्वाद परोसने के तरीके: जीरा राइस को किसी भी तरह की भारतीय सब्जी के साथ परोसा जा सकता है। पनीर की ग्रेवी वाली सब्जियां जैसे पनीर मक्खनवाला, पनीर दो प्याज़ा या पनीर बटर मसाला इसके साथ बहुत स्वादिष्ट लगती है। पंजाब में जीरा राइस को दाल तड़का या दाल फ़्राय के साथ खाया जाता है। आप इसे पंजाबी कढ़ी, प्याज़ का रायता और मसाला पापड़ के साथ दोपहर या तो रात के खाने में भी परोस सकते है।

चायनीज़ फ्राइड राइस रेसिपी बनाने कू विधि

चायनीज फ्राइड राइस रेसिपी (स्टेप के फोटो के साथ) चायनीज व्यंजन, रात का भोजन, शाकाहारी व्यंजन Read this recipe in English दुनिया में तरह तरह के फ्राइड राइस बनते है लेकिन उन सब में चायनीज फ्राइड राइस सबसे लोकप्रिय है। इस व्यंजन को बनाने के लिए उबले हुए चावल को कई तरह की सब्जियां और सॉस जैसे की सोया सॉस और चिली सॉस के साथ पकाया जाता है। अगर आप खिले खिले चावल (बिना चिपचिपा) बनाना जानते है तो निश्चिंत हो जाइये क्यूंकि इस रेसिपी बनाने के लिए यह आवश्यक है। अगर आप खिला खिला चावल बनना नहीं जानते है तो भी चिंता मत कीजिये। नीचे दिए गए सुझावों को पढ़ कर आप उसे आसानी से बना सकेंगे। उसे आप ड्राई मंचूरियन या ग्रेवी मंचूरियन के साथ परोस कर घर पर ही चायनीज खाने का मजा उठा सकते है। ‹ › पूर्व तैयारियों का समय: 15 मिनट पकाने का समय: 15 मिनट कितने लोगो के लिए: 3 अंग्रेज़ी में चायनीज फ्राइड राइस रेसिपी पढ़े (Read in English) सामग्री: 2½ कप उबले हुए चावल (पके हुए चावल) 1 प्याज 1 हरी मिर्च 1 टीस्पून बारीक कटा हुआ अदरक 1 टीस्पून बारीक कटा हुआ लहसुन 1/4 कप बारीक कटी हुई गाजर 1/2 कप बारीक कटा हुआ गोभी 2 डंठल हरी प्याज, बारीक कटी हुई 1/4 कप बारीक कटा हुआ फ्रेंच बीन्स 1 टेबलस्पून सोया सॉस 1/4 टीस्पून काली मिर्च पाउडर 2 टेबलस्पून तेल नमक विधि (Chinese Fried Rice Banane Ki Vidhi Hindi Me): प्याज को लंबी बारीक़ स्लाइस में काटें और हरी मिर्च को बारीक काट लें। पर एक कड़ाही या फ्राइंग पैन में मध्यम आंच पर तेल गरम करें। बारीक़ कटा हुआ प्याज, बारीक़ कटी हुई हरी मिर्च, कटा हुआ अदरक और कटा हुआ लहसुन डाले; उन्हें एक मिनट के लिए भून ले। गाजर, गोभी, हरी प्याज और फ्रेंच बीन्स डाले और उन्हें 2-3 मिनट के लिए चम्मच से लगातार हिलाते हुए भून ले। ध्यान रहें कि सब्जियां ज्यादा न पके, वह पक जानी चाहिए लेकिन थोड़ी करारी रहनी चाहिए (मुलायम नहीं होनी चाहिए)। काली मिर्च पाउडर, सोया सॉस और नमक डालकर मिला लें। पहले से तैयार उबले हुए चावल डाले और धीरे से मिला ले। उसे चम्मच बहुत ज्यादा नहीं मिलाइये वर्ना चावल के दाने तूट सकते है। 2-3 मिनट के लिए मध्यम आंच पर पकने दे। गैस बंद करें और चायनीज फ्राइड राइस को एक परोसने के कटोरे में निकाल दे। उसे गर्मा गरम मंचूरियन ग्रेवी के साथ परोसें। सुझाव और विविधता: चावल को खिला खिला (बिना चिपचिपा, एक एक दाना अलग अलग रहे ऐसा) बनाने के लिए चावल को बनाते समय उसमे 1-टीस्पून तेल या 3-4 नींबू बूँदें डाले। बदलाव के लिए तरह तरह की कटी हुई सब्जियां जैसे की सेलेरी, हरी मटर, शिमला मिर्च डाले। राइस को मसालेदार बनाने के लिए चिली सॉस डाले। इसे और भी अधिक स्वादिष्ट और खुशबूदार बनाने के लिए बासमती चावल का उपयोग करे। स्वाद: मसालेदार परोसने के तरीके: वेज फ्राइड राइस को मंचूरियन और चिली सॉस के साथ परोसें। उसे किसी भी चायनीज सूप के साथ भी परोस सकते है। कई लोग उसको टमाटर केचप के साथ खाना भी पसंद करते है।

ट्रिपल सेजवान राईस बनाने कि बिधि

अगर आप यह सच रहें है कि चावल और नूडल्स् मे से क्या खाए। तो इस सेज़वान राईस को बनाकर देखीये, जो चावल और नूडल्स् का संतुलित मेल है, जिसमें गाजर, पत्तागोभी और शिमला मिर्च जैसी पारंपरिक चायनीज़ सब्ज़ीयों का प्रयोग कर अदरक और लहसुन जैसी सामग्री के स्वाद से भरा हुआ है। जहाँ इन सब्ज़ीयों को बनाने में थोड़ा समय ज़रुर लगता है, लेकिन सारी तैयारी के बाद इस व्यंजन को बनाने में बहुत कम समय लगता है, जो इसे दोपहर या रात के झटपट खाने के लिए पर्याप्त बनाता है। Triple Schezuan Rice recipe - How to make Triple Schezuan Rice in hindi Tags चायनीज़ नूडल्स्चायनीज़ चावल के व्यंजनचायनीज़ स्टर-फ्रायझट-पट चावल के व्यंजननॉन - स्टीक कढ़ाईस्टर-फ्रायस्टर-फ्राय तैयारी का समय: १५ मिनट पकाने का समय: ८ मिनट कुल समय : २३ मिनट ४ मात्रा के लिये मुझे दिखाओ मात्रा सामग्री २ कप चायनीज़ राईस १ कप कटे हुए उबले हुए हक्का नूडल्स् १ १/२ टी-स्पून कटा हुआ लहसुन १ टी-स्पून बारीक कटा हुआ अदरक २ टेबल-स्पून कटा हुआ अजमोद १/२ कप पतले लंबे कटे गाजर १/२ कप पतली लंबी कटी हुई पत्तागोभी १/२ कप पतली स्लाईस्ड शिमला मिर्च २ टेबल-स्पून तेल नमक स्वादअनुसार १/२ कप सेज़वान सॉस सजाने के लिए २ टेबल-स्पून बारीक कटे हुए हरी प्याज़ के पत्ते विधि एक वॉक में तेज़ आँच पर तेल गरम करें, लहसुन और अदरक डालकर कुछ सेकन्ड तक भुन लें। अजमोद और सब्ज़ियाँ डालकर तेज़ आँच पर 2-3 मिनट तक भुन लें। सेज़वान सॉस डालकर और एक मिनट तक पका लें। चावल, नूडल्स् और नमक डालकर अच्छी तरह मिला लें। कुछ सेकन्ड के हल्के हाथों हिलाते हुए सभी सामग्री मिला लें। हरी प्याज़ के पत्तों से सजाकर गरमा गरम परोसें।

ATM से पैसा निकालें 21 लाख तरीका जानकर पुलिस भी रह गई हैरान |

"प्रतीकात्मक फोटो खास बातें एटीएम से एक खास तरीके से पैसे निकालता था आरोपी दिनेश कुमार लाल पैसे एटीएम से तो निकल जाते लेकिन अकाउंट से नहीं निकलते थे एक प्राइवेट कंपनी में बतौर ऑडिटर के तौर पर काम करता था नई दिल्ली: दिल्ली के राजोरी गार्डन में पुलिस ने एक ऐसे शातिर को गिरफ्तार किया है जो एटीएम से एक खास तरीके से पैसे निकालता था खास बात ये होती थी कि पैसे एटीएम से तो निकल जाते लेकिन अकाउंट से नहीं निकलते थे. पुलिस की गिरफ्त में आए शख्स जिसका नाम दिनेश कुमार लाल है जिसने एमबीए की डिग्री हासिल की है और एक प्राइवेट कंपनी में बतौर ऑडिटर के तौर पर काम करता है जिसका काम बैंक एटीएम में कैश जमा कराना था. लेकिन दिनेश ने यूट्यूब पर एटीएम से पैसे निकलने का एक ऐसा शातिर तरीका खोज निकाला जिसको जानकर पुलिस के भी होश उड़ गए और उस नायाब तरीके से उसने बैंक को हजारों में नहीं बल्कि पूरे 21 लाख रुपए का चूना लगा दिया. यूट्यूब से दिनेश को पता चल गया था कि अगर पैसा निकालते वक़्त एटीएम में लगे सेंसर को धोखा दे दिया जाए तो पैसा तो निकल जाएगा लेकिन वो अकाउंट से नहीं कटेगा. आपको बता दे दिनेश एटीएम से पैसा निकालते वक़्त जैसे ही पैसा निकलता था. ऊपर और नीचे का आखिरी नोट छोड़कर बीच के सारे नोट पकड़ लेता था और पकड़े हुए नोट को तब तक खींचता नहीं था, जब तक टाइम आउट न हो जाए. एक पर्टिकुलर समय तक जब नोट को कोई नहीं निकलता या खींचता है तो एटीएम पैसा वापिस अंदर खींच लेता है. इसी का फ़ायदा उठाता था दिनेश और जैसे ही टाइम आउट होता था ये बीच के पकड़े नोट बाहर खींच लेता था. जालसाजी को करने के लिए दिनेश एक ख़ास गत्ते का भी इस्तेमाल करता था. दिनेश ने पिछले 8 महीने में 200 से ज्यादा बार ट्रांजेक्शन किए. हर बार पैसे निकालकर उसे डिक्लाइन करवा देता था. राजोरी गार्डन के यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया के बैंक का जब ऑडिट हुआ तब 21 लाख की गड़बड़ी सामने आई. जिसकी शिकायत पुलिस से की गई तो सीसीटीवी और बैंक ऑडिट डिटेल्स के जरिये पुलिस दिनेश तक पहुंच गई. पुलिस ने दिनेश के पास से 8 एटीएम कार्ड बरामद कर लिए हैं. पुलिस को लगता है कि इसने ओर भी कई बैंको को इसी तरह चूना लगाया है." - ATM को चकमा देकर निकाले 21 लाख, तरीका जान पुलिस भी रह गई हैरान http://tz.ucweb.com/3_1sSBV

68 सालों से लटका हआ है राम मंदिर ये है मामला

सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर मामले पर अहम टिप्पणी करते हुए मंगलवार को कहा कि दोनों पक्ष आपस में मिलकर इस मामले को सुलझाएं. अगर जरूरत पड़ती है तो सुप्रीम कोर्ट के जज मध्यस्थता को तैयार हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राम मंदिर का मामला धर्म और आस्था से जुड़ा है. जानें- क्या है राम मंदिर मामला और क्यों हैं इस पर विवाद. 1528: दावा किया जाता है कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद का निर्माण हुआ. 1949: बाबरी मस्जिद में गुप्त रूप से भगवान राम की मूर्ति रख दी गई. दावा किया गया कि भगवान राम का यही जन्म हुआ था. इसके बाद ये दावे सामने आए कि मंदिर हटाकर बाबरी मस्जिद बनवाई गई थी. 1984: मंदिर निर्माण के लिए एक कमेटी का गठन किया गया. 1986: इस विवादित स्थल को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया. इसी साल 1986 में ही बाबरी मस्जिद कमेटी का गठन किया गया. SC ने कहा- दोनों पक्ष मिलकर सुलझाएं राममंदिर का मुद्दा, जरूरत पड़ी तो मध्यस्थता को तैयार 1990: लाल कृष्ण आडवाणी ने देशव्यापी रथयात्रा की शुरुआत की. साल 1991 में रथयात्रा का पायदा बीजेपी को हुआ और वो यूपी की सत्ता में आ गई. मंदिर बनाने के लिए देशभर से ईंटें भेजी गईं. 1992: 6 दिसंबर के दिन हजारों की संख्या में सेवकों ने अयोध्या पहुंचकर बाबरी मस्जिद ढहा दिया, जिसके बाद सांप्रदायिक दंगे हुए. 1992: न्यायूमूर्ति लिब्रहान की अध्यक्षता में एक जांच आयोग का गठन किया गया. 1993: इस आयोग ने जांच शुरू की. 2002: विवादित स्थल पर सैकड़ों श्रद्धालुओं का जमावड़ा शुरू हुआ. हाईकोर्ट के एएसआई को इस बात की जांच करने के लिए कहा गया कि 1528 में पहले वहां मस्जिद थी या नहीं. 2003: एएसआई ने कहा कि मंदिर अवशेष के सबूत हैं. 2009: लिब्रहान आयोग ने अपनी रिपोर्ट सौंपी. 2010: हाईकोर्ट ने इन विवादित स्थल को तीन हिस्सों में बांटने का फैसला सुनाया. 2011: सुप्रीम कोर्ट नें हाईकोर्ट के फैसले पर स्टे लगा दिया.

मोदी से मिले योगी किसानों के कर्ज पर जेटली से की बात

यूपी की कमान संभालते ही योगी आदित्यनाथ एक्शन में आ गए हैं. लेकिन मंत्रियों के विभागों का बंटवारा उनके लिए चुनौती बना हुआ है. यही वजह है कि योगी आज दिल्ली पहुंच गए हैं. दिल्ली पहुंचने के बाद योगी ने पीएम मोदी से मुलाकात की. इससे पहले योगी वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिले. योगी ने वित्त मंत्री से यूपी में किसानों के लिए कर्ज माफी के मुद्दे पर बात की. योगी आज पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के साथ भी मीटिंग करेंगे. बताया जा रहा है कि अमित शाह से मीटिंग के बाद ही मंत्रियों के विभागों का ऐलान किया जाएगा. दिल्ली में होगी मंत्रालयों पर बैठक दोपहर 1:30 बजे योगी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलेंगे. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद योगी दोपहर 2:55 पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलेंगे. पीएम मोदी और शाह से मुलाकात में यूपी कैबिनेट में मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर चर्चा होगी. इसलिए हो रही देरी विभागों के बंटवारे में देरी की बड़ी वजह गृह मंत्रालय माना जा रहा है. यूपी में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है. बीजेपी ने सपा सरकार को कानून व्यवस्था के नाम पर ही पूरे चुनाव प्रचार में घेरा. ऐसे में सूबे की कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी बहुत सोच समझकर दी जाएगी. सूत्रों के मुताबिक योगी आदित्यनाथ खुद गृह मंत्रालय का भार संभालना चाहते हैं. वहीं दूसरी तरफ खबर ये भी है कि सरकार में नंबर दो की पोजिशन पर मौजूद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं.