शनिवार, 18 मार्च 2017
योगी आदित्यनाथ ने 21साल की उम्र मे छोड़ दिया था,घर जाने उनके परिवार के बारे मे
गोरखनाथ मंदिर के महंत है योगी आदित्यनाथ जाने कहा है ये मंदिर
गोरखनाथ मंदिर, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर नगर में है. बाबा गोरखनाथ के नाम पर इस जिले का नाम गोरखपुर पड़ा है. इस मंदिर के वर्तमान महंत बाबा योगी आदित्यनाथ हैं. मकर संक्रान्ति के मौके पर यहां विशाल मेला लगता है जो 'खिचड़ी मेला' के नाम से प्रसिद्ध है. ऐसे बना गोरखनाथ मंदिर गोरक्षनाथ मंदिर गोरखपुर में लगातार होने वाली योग साधना का क्रम पुराने समय से चलता रहा है. ज्वालादेवी के स्थान से परिभ्रमण करते हुए 'गोरक्षनाथ जी' ने आ कर भगवती राप्ती के तटवर्ती क्षेत्र में तपस्या की थी और उसी स्थान पर अपनी दिव्य समाधि लगाई थी, जहां अभी गोरखनाथ मंदिर बना हुआ है. यह मंदिर गोरक्षनाथ मंदिर के नाम से भी फेमस है. 52 एकड़ में बना है यह मंदिर यह मंदिर करीब 52 एकड़ क्षेत्र में बना हुआ है. इस मंदिर का रूप व आकार-प्रकार परिस्थितियों के अनुसार समय-समय पर बदलता रहा है. गोरक्षनाथ मंदिर की भव्यता और पवित्रता बहुत कीमती है. 15 फरवरी 1994 को मंदिर के महंत बने योगी आदित्यनाथ गुरु गोरखनाथ जी के प्रतिनिधि के रूप में सम्मानित संत को महंत की उपाधि से विभूषित किया जाता है. इस मंदिर के प्रथम महंत श्री वरद्नाथ जी महाराज कहे जाते हैं, जो गुरु गोरखनाथ जी के शिष्य थे. तत्पश्चात परमेश्वर नाथ और गोरखनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार करने वालों में प्रमुख बुद्ध नाथ जी (1708-1723 ई) मंदिर के महंत बने. 15 फरवरी 1994 गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवैद्य नाथ जी महाराज द्वारा मांगलिक वैदिक मंत्रोच्चारपूर्वक योगी आदित्यनाथ का दीक्षाभिषेक संपन्न हुआ. मंदिर में जलती है अखंड ज्योति मुस्लिम शासन काल में हिंदुओं और बौद्धों के अन्य सांस्कृतिक केंद्रों की तरह इस पीठ को भी कई बार बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. इसकी प्रसिद्धि की वजह से शत्रुओं का ध्यान इसकी तरफ गया. चौदहवीं सदी में भारत के मुस्लिम सम्राट अलाउद्दीन खिलजी के शासन काल में यह मठ नष्ट किया गया और साधक योगी बलपूर्वक निष्कासित किए गए थे. मठ का पुनर्निर्माण किया गया. सत्रहवीं और अठारहवीं सदी में अपनी धार्मिक कट्टरता के कारण मुगल शासक औरंगजेब ने इसे दो बार नष्ट किया लेकिन शिव गोरक्ष द्वारा त्रेता युग में जलाई गई अखंड ज्योति आज तक अखंड रूप से जल रही है. यह अखंड ज्योति श्री गोरखनाथ मंदिर के अंतरवर्ती भाग में स्थित है. मकर संक्रान्ति के मौके पर लगता है विशाल 'खिचड़ी मेला' हर रोज मंदिर में असंख्य पर्यटकों और यात्री दर्शन के लिए आते हैं. मंगलवार को यहां दर्शनार्थियों की संख्या ज्यादा होती है. मकर संक्रान्ति के मौके पर यहां विशाल मेला लगता है जो खिचड़ी मेला के नाम से प्रसिद्ध है." - गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं योगी आदित्यनाथ, जानें कहां है यह मंदिर http://tz.ucweb.com/3_1gaOg
घर बैठे एेसे बनाएं पिज्जा देखे रेसपी
नई दिल्ली. पिज्जा एक ऐसी डिश है जो बच्चे समेत बड़े भी खाना पसंद करते हैं और इसे खाने का मन अकसर ही करता है पर हम इसलिए इसे ज्यादा नहीं खाते क्योंकि ये जंक फूड है और इसे खरीदने में बहुत पैसे खर्च हो जाते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं उस रेसेपी के बारे में जिससे आप घर पर ही कम कर्च में हेल्दी पिज्जा बना सकते हैं। आवश्यक सामग्री पिज्जा बेस बनाने के लिए 2 कप मैदा 1 चम्मच चीनी 1 चम्मच यीस्ट नमक स्वादानुसार 2 टेबल स्पून आलिव ऑयल पिज्जा की टापिंग के लिए 1 शिमला मिर्च 3 बेबी कार्न 1 छोटा प्याज आधा कप पिज्जा सास आधा कप मोजेरीला चीज छोटी चम्मच इटेलियन मिक्स हर्ब्स बनाने की विधि पहले मैदे को एक बॉउल में छान कर उसमें यीस्ट, नमक, चीनी और आलिव ऑयल डालकर अच्छी तरह मिला लें उसके बाद इस मिक्सचर में गुनगुना पानी डालकर आटे जैसा गूंथ लें और पिज्जा बेस के लिए इस आटे को 5-7 मिनट तक गूंथ कर चिकना कर लें। एक बॉउल में हल्का सा तेल लगाकर उसमें इस आटे को ढककर 2 घंटे के लिए अलग रख दें और फिर लगबग 2 घंटे बाद इस आंटे को चेक करें देखें क आटा फूला या नहीं अगर हां तो यह पिज्जा बनाने के लिए तैयार है। अब बेबी कार्न को को छोटे गोल टुकड़ों में काट लें और शिमला मिर्च से बीज निकाल कर इसे लंबा और पतला काट लें और प्याज को भी लंबा काट लें, कटी हुई सब्जियों को तवे पर डाल कर हल्का भून लें और आटे को आधा तोड़ लें और इसकी गोल लोई बनाएं और उसे सूखे मैदे में लपेट कर मोटा बेल लें। नानस्टिक पैन या तवे को गरम करें और उस बेले हुए पिज्जा बेस को डाल दें। इसपर ढक्कन रख कर 2 मिनट के लिए या फिर पिज्जा की निचली सतह को हल्का ब्राउन होने तक धीमी आंच पर सेंक लें। जब पिज्जा की निचली सतह हल्की ब्राउन हो जाए तो इसे पलट दें और गैस को बिलकुल धीमा कर दें। अब पिज्जा टॉपिंग करने के लिए इस पर पहले पिज्जा सॉस की लेयर लगाएं और फिर शिमला मिर्च, बेबी कार्न और प्याज को थोड़ी-थोड़ी दूर पर रख दें। इसके बाद इसके ऊपर मोजेरेला चीज डाल दें और पिज्जा को धीमी आंच पर ही 5-6 मिनट के लिए सेंक लें। इसे हर 2 मिनट में चेक करते रहें, चीज के मेल्ट होने तक इसे सेंक लें। गरमागर्म यम्मी तवा पिज्जा तैयार है, इस पर हर्ब्स डालकर सर्व करें।" - घर बैठे ऐसे बनाएं टेस्टी पिज्जा, देखें रेसिपी http://tz.ucweb.com/3_1fEf7
अभी अभी मोदी सरकार ने उठाया नोटबंदी से भी बडा कदम हिल गया पुरा देश
अश्विन और उनकी वाईटफील्ड की कार हादसे मे हुई मौत स्तब्ध हुआ खेल जगत
चेन्नई, 18 मार्च (CNMSPORTS)| फॉर्मरूला-4 रेसिंग विजेता अश्विन सुंदर और उनकी पत्नी निवेदिता की शनिवार को कार दुघर्टना में मौत हो गई। कार ने सड़क किनारे पेड़ से टकराने के बाद आग पकड़ ली जिससे इस दम्पत्ति की मौत हो गई। PHOTOS: लाइव मैच के दौरान वायरल हुए कुछ फोटोज यह भी पढे ► वेलिंगटन टेस्ट : साऊथ अफ्रीका ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट से हराया सूचना के मुताबिक, दोनों लोग सुबह 3:30 बजे अपने घर को लौट रहे थे तभी उनका बीएमडब्ल्यू कार ने सैंटहोम हाई रोड पर पेड़ से टकरा गई। इसके बाद कार में आग लग गई। पुलिस अधिकारी ने बताया है कि अश्विन और उनकी पत्नी आग लगने के बाद कार का दरवाजा नहीं खोल सके। भारती मोटर स्पोर्ट्स क्लब महासंघ (एफएमएससीआई) के अध्यक्ष अकबर इब्राहिम ने ट्वीट कर लिखा है, "यह मोटर स्पोर्ट्स के लिए दुखद दिन है। मैं अश्विन को तब से जानता हूं तब वह बच्चे थे। मैंने उन्हें खेल के सभी प्रारुपों में आगे बढ़ते हुए देखा है। भगवान उनकी और उनकी पत्नी की आत्मा को शांती दे।" 31 साल के अश्विन ने रेसिंग में कई खिताब अपने नाम किए हैं। 2006 में उन्हें भारत में 115सीसी 4-स्ट्रोक खिताब जीतने के बाद चैम्पियंस ऑफ चैम्पियंस का खिताब मिला था। 2012 और 2013 में वह बिना किसी विवाद के देश के एफ4 चैम्पियन बने थे। उनकी पत्नी पेशे से डॉक्टर थीं। रास्ते से गुजर रहे लोग वहां एकत्रित हो गए लेकिन वह इस दम्पत्ति को बचाने में असमर्थ थे। वहां मौैजूद लोगों में से एक ने चेन्नई पुलिस को इस बात की खबर दी। दमकल विभाग की टीम ने पहुंच कर आधा घंटे तक आग बुझाने की कोशिश की लेकिन वह अंत में असफल हुए। उनके हिस्से अश्विन और उनकी पत्नी का जला हुआ शव ही आया। बाद में पता चला की अश्विन और उनकी पत्नी एमआरसी नगर में अपने एक दोस्त के यहां से लौट रहे थे। संदर्भ पढ़ें रिपोर्ट 347डिसलाइक" - BREAKING: अश्विन औऱ उनकी वाइफ की कार हादसे में हुई मौत, स्तब्ध हुआ खेल जगत http://tz.ucweb.com/3_1f7X5
शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ले सकते है ये 5 बडे़ फैसले
बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के सीएम पद के लिए योगी आदित्यनाथ के नाम की आधिकारिक घोषणा कर दी है. योगी आदित्यनाथ ने भी राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद उत्तर प्रदेश को सुशासन के राज पर चलाने की बात कही है. लेकिन सवाल ये है कि योगी आदित्यनाथ सीएम पद की शपथ लेने के बाद किन मुद्दों को प्राथमिकता देंगे. बीजेपी के चुनावी घोषणापत्र में किसानों की कर्जमाफी, अवैध कत्लखानों को बंद करने और एंटी रोमियो दल जैसे मुद्दों को जगह दी थी. ऐसे में यूपी के नए सीएम इन मुद्दों को प्राथमिकता दे सकते हैं. किसानों की कर्जमाफी बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में ‘सभी लघु और सीमान्त किसानों के फसली कर्जमाफी’ को सबसे खास जगह दी है. ऐसे में सीएम योगी रविवार को शपथ लेने के बाद फसली कर्ज माफ करने का ऐलान कर सकते हैं. इसके साथ ही गन्ना किसानों का पैसा 14 दिन के भीतर दिए जाने की व्यवस्था कर सकते हैं. अवैध कत्लखाने बंद होंगे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी हर चुनावी रैली में अवैध कत्लखाने बंद करवाने का वादा किया. ऐसे में योगी आदित्यनाथ यूपी के 316 बूचड़खानों को बंद कराने का फैसला ले सकते हैं. एंटी रोमियो दल पर काम बीजेपी के एजेंडे में एंटी रोमियो स्क्वायड भी काफी ऊपर है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो दल बनाने पर भी विचार शुरू हो गया है. कट्टर हिंदूवादी नेता की छवि वाले योगी आदित्यनाथ इस फैसले पर जल्द ही काम शुरू कर सकते हैं. राम मंदिर पर भी काम होने की संभावना बीजेपी के मेनीफेस्टों में राम मंदिर निर्माण का जिक्र नहीं है लेकिन योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने और भारी बहुमत की स्थिति में राम मंदिर एक बार फिर बीजेपी के एजेंडे में शामिल हो सकता है." - शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ ले सकते हैं ये 5 बड़े फैसले http://tz.ucweb.com/3_1f7xV
कुर्सी मिलतें ही योगी ने के सामने रखी बडी शर्त ,पीयम ने हंस कर कहा OK
लखनऊ आखिरकार यूपी की सियासत के सबसे बड़े सवाल पर विराम लग गया। 11 मार्च को आए चुनावी परिणाम के बाद से ही यूपी में सीएम के की कुर्सी को लेकर उहापोह की स्थिति बनी हुई थी। लेकिन शनिवार को लोकभवन में हुई विधायकों की बैठक में यूपी के कद्दावर नेता और पांच बार गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ के नाम पर अगले सीएम के लिए मुहर लग गई। बैठक में मौजूद सूत्रों की मानें तो इस पूरे घटनाक्रम के दौरान सबसे ज्यादा मजा तब आया जब अपने नाम का ऐलान होते ही योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को काफी बड़ा राज्य बताते हुए पीएम मोदी के सामने एक अजब शर्त रख दी। हालांकि, इस शर्त पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हंसते-हंसते हामी भर दी। योगी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलते ही उन्होने दो उपमुख्यमंत्री नियुक्त करने की बात कही। जिस पर पीएम मोदी समेत तमाम विधायकों ने हामी भर दी। योगी का कहना था कि चूँकि यह एक बड़ी जिम्मेदारी है और इसे अकेले संभालना कठिन काम है। बता दें, योगी की इस शर्त के बाद उत्तर प्रदेश में एक मुख्यमंत्री होने के साथ साथ दो उपमुख्यमंत्री भी होंगे। जिसके बाद यूूपी का राजनीतिक इतिहास भी बदल जाएगा। क्योंकि इतिहास में पहली बार होगा जब किसी राज्य में दो एक मुख्यमंत्री समेत दो डेप्युटी सीएम होंगे। दो उपमुख्यमंत्री में पहला नाम दिनेश शर्मा और दूसरा नाम यूपी के भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का है।" - कुर्सी मिलते ही योगी ने मोदी के सामने रखी बड़ी शर्त, पीएम ने हंस कर कहा OK http://tz.ucweb.com/3_1f6vL