शुक्रवार, 31 मार्च 2017
गुजरात मे गौ रक्षा्ष पर सबसे बडा एलान गौ हत्या पर होगी उम्र कैद
आज से बैंक और रेलवे समेत हुए बडे़ बदलाव आपके लिए जानना जरूरी
1 Apr. 2017 07:55 नई दिल्ली, जेएनएन। एक अप्रैल से काफी कुछ बदल चुका है जिसका आपके जीवन पर सीधा असर पड़ना तय है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी हो जाता है कि आखिर वो कौन से बदलाव हुए हैं। तो आईये हम आपको बताते है कि बैंकिंग सेवा क्षेत्र और रेलवे में क्या बड़े बदलाव हुए हैं। 1-पेट्रोल में 3.77 रुपये और डीजल में 2.91 रुपये की कटौती सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम घटा दिए हैं। पेट्रोल की कीमत में 3.77 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई है। जबकि डीजल के मूल्य 2.91 रुपये प्रति लीटर घटाए गए हैं। चूंकि इस कमी में वैट और राज्यों के दूसरे टैक्स शामिल नहीं हैं। लिहाजा वास्तविक कटौती इससे ज्यादा होगी। नई दरें शुक्रवार की आधी रात से लागू हो गई हैं। ढाई महीनों में यह पेट्रोल और डीजल की दरों में किया गया पहला बदलाव है। कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 66.29 रुपये प्रति लीटर हो गई है। अभी तक यह 71.14 रुपये प्रति लीटर में बिक रहा था। ऐसे ही डीजल का मूल्य घटकर 55.61 रुपये प्रति लीटर हो गया है। अब तक यह 59.02 रुपये प्रति लीटर में उपलब्ध था। 2- एसबीआई में एक अप्रैल से न्यूनतम राशि नहीं होने पर जुर्माना भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) एक अप्रैल से खाते में न्यूनतम राशि नहीं होने पर जुर्माना वसूलेगा। इसके अलावा एसबीआई महीने में तीन बार बचत खाताधारकों को बिना शुल्क के नकद धन जमा कराने की अनुमति दी है। इसके बाद नकदी के प्रत्येक लेनदेन पर 50 रुपए का शुल्क और सेवाकर ग्राहकों को देना होगा। चालू खातों के मामले में यह शुल्क अधिकतम 20,000 रुपए भी हो सकता है। 3- दो लाख रूपये से अधिक का नकद लेनदेन अवैध आज से दो लाख रुपये से अधिक का नकद लेनदेन अवैध माना जाएगा। सरकार ने पहले की प्रस्वाति सीमा 3 लाख में बदलाव करके इसे दो लाख कर दिया गया है। इसके अलावा, पहली जुलाई 2017 से अगर कोई व्यक्ति अपना 'आधार' नंबर आयकर विभाग को नहीं देता है तो उसका पैन नंबर रद हो जाएगा। 4- एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों का विलय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में एक अप्रैल को 5 सहयोगी बैंकों का विलय हो जाएगा। इन बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर और स्टेट बैंक ऑफ पटियाला शामिल हैं। 5-वेटिंग टिकट यात्रियों को मिलेगी कंफर्म सीट भारतीय रेलवे यात्रियों के लिए एक अप्रैल से नयी स्कीम लेकर आ रही है जिसके तहत वेटिंग टिकट वाले यात्रियों को उसी रूट पर जाने वाली दूसरी ट्रेन में कन्फर्म सीट लेने का विकल्प होगा। 6-सातवें वेतन आयोग को नोटिफाई कर सकती है सरकार केंद्र सरकार सातवें वेतन आयोग को एक अप्रैल2017 को नोटिफाई कर सकती है। हालांकि कर्मचारी नेताओं का कहना है कि अगर सरकार ने बढ़े हुए अलाउंस को लागू करने की तारीक एक जनवरी 2016 नहीं रखी तो वह इसके लिए आंदोलन की राह पकड़ने को मजबूर होंगे।" - आज से बैंक और रेलवे समेत हुए ये बड़े बदलाव, आपके लिए जानना है जरूरी http://tz.ucweb.com/4_2LVx
गुरुवार, 30 मार्च 2017
दुर्गा माँ की कहानी
राम मंदिर पर तमाम पक्ष आज अपना जबाव सौपेंगे
योगी के UP मे अब मुस्लिमों ने लगाए राम मंदिर बनवाने के लिए बैनर
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर तेज होती कवायद के बीच राजधानी लखनऊ में मंदिर निर्माण को लेकर कई जगह-जगह होर्डिंग्स और बैनर लगे हैं. इन बैनरों की खास बात यह है कि इसे कुछ मुस्लिम संगठनों ने लगाया है. इन संगठनों ने होर्डिंग्स-बैनर में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर दोनों पक्षों से मिल-बैठकर मामला सुलझाने की अपील की गई है. ऐसे ही एक संगठन 'श्री राम मंदिर निर्माण मुस्लिम कारसेवक मंच' के अध्यक्ष आजम खान ने लखनऊ में ऐसे करीब 10 होर्डिंग्स लगाए हैं, जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों पर आगे बढ़ने का आह्वान किया है. इस बारे में हमने जब आजम खान से संपर्क किया, तो बंदूकधारी गार्ड से घिरे आजम खान कहते हैं, 'राम हिन्दुओं की तरह मुस्लिमों के लिए आदरणीय हैं. मुझे 'जय श्री राम' कहने में कोई हिचक नहीं.' आजम का दावा है कि उनके साथ बड़ी तादाद में युवा जुड़ रहे हैं. ये लोग दोनों समुदायों के बीच सौहार्द्र बढ़ाने की कोशिशों में जुटे हैं. हालांकि इसके साथ ही आजम यह भी कहते हैं कि उन्हें इस कदम से बाद से कई धमकियां मिल रही हैं. इंडिया टुडे से बातचीत में वह कहते हैं, 'मुझे ई-मेल और फोन पर धमकी की जा रही है. वे मुझसे यह मुद्दा छोड़ने या फिर बाबरी मस्जिद दोबारा बनवाने के पक्ष में बोलने को कहने कह रहे हैं.' इसके साथ ही वह कहते हैं कि उन्हें अपने वापस खींचने के लिए पैसों तक के ऑफर मिल रहे हैं. आजम कहते हैं कि उन्होंने इस संबंध में पुलिस में FIR भी दर्ज कराई है, लेकिन उन्होंने पुलिस से अब तक कोई सुरक्षा कवर नहीं मिला है. बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने और आयोध्या विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी पक्षों से मिलकर आपस में यह विवाद सुलझाने के निर्देश के बाद से ही राम मंदिर निर्माण की बातें एक बार फिर जोरशोर से उठने लगी हैं. ऐसे में आजम खान की यह कोई कोशिश इसी कड़ी के हिस्से के रूप में देखी जा रही है." - http://tz.ucweb.com/3_2ezyg
कारगिल युद्ध की चौकाने वाली बात
करगिल युद्ध के 10 चौंकाने वाले राज, जानिए कब-कब झूठा साबित हुआ था पाकिस्तान श्रीनगर. कश्मीर हमेशा से एक विवादित क्षेत्र रहा है। पाकिस्तान ने कई बार इसे भारत से छीनने का प्रयास किया है। पाकिस्तान की कोशिशों को भारत के सिपाहियों ने हर बार नाकाम कर दिया। करगिल की लड़ाई भी ऐसी ही एक जाबाज जंग की कहानी है। इस लड़ाई में हमारे सैनिकों ने पाकिस्तानी फौज का जमकर मुकाबला किया था। पाकिस्तानी घुसपैठियों ने लगातार गोलियां चलाई और हमारे सैनिकों ने उन्हें सामने से जवाब दिया। इस साल कारगिल का 17वां विजय दिवस मानाया जाएगा इस मौके पर आपको बता रहा है कारगिल युद्ध से जुड़े चौंकाने वाले राज.... और पढ़ें 2 of 13 करगिल सेक्टर में लड़ाई शुरू होने से पहले जनरल परवेज मुशर्रफ ने एक हेलिकॉप्टर से नियंत्रण रेखा पार की थी और भारतीय भूभाग में करीब 11 किमी अंदर एक स्थान पर रात भी बिताई थी। 3 of 13 पाकिस्तान के लगभग 2700 सैनिकों ने इस युद्ध में जान गंवाई थी। #2. जब पकड़ाया पाकिस्तान का झूठ... एक बड़े खुलासे के तहत पाकिस्तान का दावा झूठा साबित हुआ कि करगिल लड़ाई में मुजाहिदीन शामिल थे। यह लड़ाई पाकिस्तान के नियमित सैनिकों ने लड़ी। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व अधिकारी शाहिद अजीज ने यह राज उजागर किया था। 4 of 13 बेनेजीर भुट्टो #3. बेनेजीर भुट्टो के आगे रखा था युद्ध का प्रस्ताव - पत्रकार वीर सांघवी को दिए एक इंटरव्यू में पूर्व पाकिस्तान पीएम बेनजीर भुट्टो ने बताया था कि मुशर्रफ ने मेरे सामने युद्ध में जीतने और श्रीनगर पर कब्जे की बात कही थी। - बेनजीर ने इसे खारिज कर दिया था। क्योंकि उन्हें डर था कि पाकिस्तान को श्रीनगर से ही नहीं, बल्कि आजाद कश्मीर से भी हाथ धोना पड़ सकता है। - बता दें कि उस वक्त मुशर्रफ उस दौरान डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स थे। - बेनजीर के मुताबिक जब हमने जनरल जिया के नेतृत्व में सियाचिन को गवायां था तभी से ऐसे कोई कदम उठाने की तैयारी हो रही थी। 5 of 13 पाकिस्तानी सेना करगिल युद्ध को 1998 से अंजाम देने की फिराक में थी। #4. 1998 से युद्ध को अंजाम देने की फिराक में थी पाकिस्तान पाकिस्तानी सेना करगिल युद्ध को 1998 से अंजाम देने की फिराक में थी। इस काम के लिए पाक सेना ने अपने 5000 जवानों को कारगिल पर चढ़ाई करने के लिए भेजा था। 6 of 13 करगिल की लड़ाई के दौरान पाकिस्तानी एयर फोर्स के चीफ को पहले इस ऑपरेशन की खबर नहीं दी गई थी। #5. मना कर दिया था एयर फोर्स चीफ ने साथ देने से करगिल की लड़ाई के दौरान पाकिस्तानी एयर फोर्स के चीफ को पहले इस ऑपरेशन की खबर नहीं दी गई थी। जब इस बारे में पाकिस्तानी एयर फोर्स के चीफ को बताया गया तो उन्होंने इस मिशन में आर्मी का साथ देने से मना कर दिया था। 7 of 13 करगिल का युद्ध पाकिस्तानी सेना के लिए एक आपदा साबित हुआ था। #6. पाकिस्तान के लिए आपदा साबित हुआ पाकिस्तान के उर्दू डेली में छपे एक बयान में नवाज शरीफ ने इस बात को स्वीकारा था कि करगिल का युद्ध पाकिस्तानी सेना के लिए एक आपदा साबित हुआ था। पाकिस्तान ने इस युद्ध में 2700 से ज्यादा सैनिक खो दिए थे। पाकिस्तान को 1965 और 1971 की लड़ाई से भी ज्यादा नुकसान हुआ था। 8 of 13 भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी सैनिकों के खिलाफ कारगिल युद्ध में मिग-27 और मिग-29 का प्रयोग किया था। #7. कारगिल युद्ध में मिग-27 और मिग-29 का प्रयोग भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी सैनिकों के खिलाफ कारगिल युद्ध में मिग-27 और मिग-29 का प्रयोग किया था। मिग-27 की मदद से इस युद्ध में उन स्थानों पर बम गिराए जहां पाक सैनिकों ने कब्जा जमा लिया था। इसके अलावा मिग-29 करगिल में बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ इस विमान से पाक के कई ठिकानों पर आर-77 मिसाइलें दागी गईं थीं। 9 of 13 करगिल की लड़ाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस युद्ध में वायुसेना के करीब 300 विमान उड़ान भरते थे। #8. वायुसेना के करीब 300 विमान उड़ान भरते थे 8 मई को कारगिल युद्ध शुरू होने के बाद 11 मई से भारतीय वायुसेना की टुकड़ी ने इंडियन आर्मी की मदद करना शुरू कर दिया था। करगिल की लड़ाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस युद्ध में वायुसेना के करीब 300 विमान उड़ान भरते थे। 10 of 13 कारगिल की ऊंचाई समुद्र तल से 16000 से 18000 फीट ऊपर है। #9. ऊंचाई की थी दिक्कत करगिल की ऊंचाई समुद्र तल से 16000 से 18000 फीट ऊपर है। ऐसे में उड़ान भरने के लिए विमानों को करीब 20,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ना पड़ता है। ऐसी ऊंचाई पर हवा का घनत्व 30% से कम होता है। इन हालात में पायलट का दम विमान के अंदर ही घुट सकता है और विमान दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है। 11 of 13 300 से अधिक तोपों, मोर्टार और रॉकेट लॉन्चरों ने रोज करीब 5,000 बम फायर किए थे भारत ने । #10. कारगिल युद्ध में तोपखाने (आर्टिलरी) से 2,50,000 गोले और रॉकेट दागे गए भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध में तोपखाने (आर्टिलरी) से 2,50,000 गोले और रॉकेट दागे गए थे। 300 से अधिक तोपों, मोर्टार और रॉकेट लॉन्चरों ने रोज करीब 5,000 बम फायर किए थे। लड़ाई के महत्वपूर्ण 17 दिनों में प्रतिदिन हर आर्टिलरी बैटरी से औसतन एक मिनट में एक राउंड फायर किया गया था। दूसरे विश्व युद्ध के बाद यह पहली ऐसी लड़ाई थी, जिसमें किसी एक देश ने दुश्मन देश की सेना पर इतनी अधिक बमबारी की थी। 12 of 13 मुशर्रफ ने परमाणु हथियार तक इस्तेमाल करने की तैयारी कर ली थी। #11. परमाणु हथियार का होने वाला था इस्तेमाल... जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान ने 1998 में परमाणु हथियारों का परीक्षण किया था। कई लोगों का कहना है कि करगिल की लड़ाई उम्मीद से ज्यादा खतरनाक थी। हालात को देखते हुए मुशर्रफ ने परमाणु हथियार तक इस्तेमाल करने की तैयारी भी कर ली थी। 13 of 13 करगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिका के तत्कालीन प्रेसिडेंट बिल क्लिंटन को फोन कर व्हाइट हाउस में अकेले में मिलने का समय मांगा। #12. बिल क्लिंटन को नहीं था पाकिस्तान पर भरोसा - करगिल युद्ध में पूरी दुनिया में शर्मिंदगी उठा रहे पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अमेरिका के तत्कालीन प्रेसिडेंट बिल क्लिंटन को फोन कर व्हाइट हाउस में अकेले में मिलने का समय मांगा। - जवाब में क्लिंटन ने साफ कह दिया कि वह अमेरिका तभी आए जब आप भारतीय क्षेत्र से बाहर निकलेंगे। - हालांकि 4 जून 1999 को शरीफ एक प्राइवेट प्लेन में वॉशिंगटन चुपके से गए थे। उस वक्त उन्होंने करगिल विवाद को खत्म करने के समझौते पर क्लिंटन से चर्चा की थी। - इस दौरान बिल क्लिंटन ने अपने डिफेंस सेक्रेटरी ब्रूस रिडेल को कमरे में बिठाए रखा। उन्हें डर था कि कही शरीफ इस चर्चा में अपने मन से कुछ जोड़ न दे।
केवट और प्रभु श्री राम का प्रसंग
मोहन भागवत संघ सचांलक जीवनी
दुर्गा माॅ की वर्णन
श्री दुर्गा माता की आरती में जानें आरती हिन्दू धर्म में आदि शक्ति दुर्गा का स्थान सर्वोपरि माना गया है। मान्यता है कि दुर्गा जी इस भौतिक संसार में सभी सुखों की दात्री हैं। उनकी भक्ति कर भक्त अपनी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर सकते हैं। साथ ही साधकों को देवी दुर्गा ही साधनाएं प्रदान करती हैं। मां दुर्गा की साधना में लोग मां की आरती का भी पाठ करते हैं। दुर्गा जी की आरती (Durga Aarti in Hindi) जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी तुम को निस दिन ध्यावत मैयाजी को निस दिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवजी ।| जय अम्बे गौरी ॥ माँग सिन्दूर विराजत टीको मृग मद को |मैया टीको मृगमद को उज्ज्वल से दो नैना चन्द्रवदन नीको|| जय अम्बे गौरी ॥ कनक समान कलेवर रक्ताम्बर साजे| मैया रक्ताम्बर साजे रक्त पुष्प गले माला कण्ठ हार साजे|| जय अम्बे गौरी ॥ केहरि वाहन राजत खड्ग कृपाण धारी| मैया खड्ग कृपाण धारी सुर नर मुनि जन सेवत तिनके दुख हारी|| जय अम्बे गौरी ॥ कानन कुण्डल शोभित नासाग्रे मोती| मैया नासाग्रे मोती कोटिक चन्द्र दिवाकर सम राजत ज्योति|| जय अम्बे गौरी ॥ शम्भु निशम्भु बिडारे महिषासुर घाती| मैया महिषासुर घाती धूम्र विलोचन नैना निशदिन मदमाती|| जय अम्बे गौरी ॥ चण्ड मुण्ड शोणित बीज हरे| मैया शोणित बीज हरे मधु कैटभ दोउ मारे सुर भयहीन करे|| जय अम्बे गौरी ॥ ब्रह्माणी रुद्राणी तुम कमला रानी| मैया तुम कमला रानी आगम निगम बखानी तुम शिव पटरानी|| जय अम्बे गौरी ॥ चौंसठ योगिन गावत नृत्य करत भैरों| मैया नृत्य करत भैरों बाजत ताल मृदंग और बाजत डमरू|| जय अम्बे गौरी ॥ तुम हो जग की माता तुम ही हो भर्ता| मैया तुम ही हो भर्ता भक्तन की दुख हर्ता सुख सम्पति कर्ता|| जय अम्बे गौरी ॥ भुजा चार अति शोभित वर मुद्रा धारी| मैया वर मुद्रा धारी मन वाँछित फल पावत देवता नर नारी|| जय अम्बे गौरी ॥ कंचन थाल विराजत अगर कपूर बाती| मैया अगर कपूर बाती माल केतु में राजत कोटि रतन ज्योती|| बोलो जय अम्बे गौरी ॥ माँ अम्बे की आरती जो कोई नर गावे| मैया जो कोई नर गावे कहत शिवानन्द स्वामी सुख सम्पति पावे|| जय अम्बे गौरी ॥ देवी वन्दना या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता| नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ||
List of new upcoming bhojpuri movies in 2017-18
बुधवार, 29 मार्च 2017
एक और एलान योगी का
"योगी सरकार का बड़ा ऐक्शन, 54 केन्द्रों की परीक्षा रद्द, नकल कराने वाले टीचर होंगे सस्पेंड यूपी माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सामूहिक नकल कराने वाले विद्यालयों की मान्यता रद्द कराने का फैसला किया है। इतना ही नहीं नकल कराने में लिप्त पाए गए एडेड और सरकारी स्कूलों के शिक्षक और प्रधानाचार्य निलंबित होंगे, वहीं निजी स्कूलों के प्रबंधकों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद के पुनर्गठन का निर्णय भी लिया गया है। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला व मंडलस्तरीय अधिकारियों को इन निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा केंद्र का प्रबंधक, प्रधानाचार्य या कक्ष निरीक्षक नकल कराने में लिप्त पाया जाए तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। सामूहिक नकल मिलने पर विद्यालयों को काली सूची में डालते हुए मान्यता समाप्त करने की कार्यवाही भी तत्काल शुरू की जाए। अगर एक ही मैनेजमेंट के कई कॉलेज हैं तो एक में नकल मिलने पर, उसके बाकी कॉलेजों की भी जांच कराने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव, माध्यमिक शिक्षा जितेंद्र कुमार ने बताया कि बोर्ड परीक्षा में सख्ती के कारण अब तक 5.25 लाख विद्यार्थी परीक्षा छोड़ चुके हैं। नकल के मामले सामने आने पर 4 प्रबंधकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। इसी तरह से 327 केंद्र व्यवस्थापकों, 178 कक्ष निरीक्षकों और 70 विद्यार्थियों के खिलाफ भी एफआईआर हुई है। 54 केंद्रों पर परीक्षा रद्द की गई है, जबकि 57 सेंटर डिबार किए गए। " - नकल के खिलाफ योगी सरकार का बड़ा ऐक्शन, 54 केंद्रों की परीक्षा रद्द http://tz.ucweb.com/3_29QVz