शनिवार, 30 दिसंबर 2017

नये साल की खुशखबरी: 2018 में होंगी ये भर्त‍ियां

नये साल में बेरोजगारों के लिए खुशखबरी
●2018 मे होगी बम्पर भर्ती
●जानिए कैसे करें Apply

इलाहाबाद: नया साल बेरोजगारों के लिए खुशखबरी लेकर आ रहा है। साल 2018 में यूपी सरकार से लेकर केंद्र में काफी भर्त‍ियां होनी हैं। इसके लिए नोट‍िफिकेशन भी जारी कर दिए गए हैं।
UPPSC, यूपी पुलिस, इलाहाबाद रेलवे भर्ती बोर्ड, प्राइमरी, हायर सेकेंडरी स्कूलो और इंटर कॉलेजों में बम्पर भर्ती होने हैं। लोकसेवा आयोग के साथ-साथ SSC एग्जाम भी होंगे।
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC भर्ती 2018) कराएगा इन विभागों के एग्जाम
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अपनी भर्ती परीक्षाओं का अर्धवार्षिक कैलेंडर जारी कर दिया है। आयोग ने 2018 में 11 प्रमुख परीक्षाओं को अपने कैलेंडर में शामिल किया है। ये परीक्षाएं फरवरी से जून 2018 महीने के बीच आयोजित होंगी।
PCS 2017 मुख्य परीक्षा 17 मार्च 2018 को होगी। हालांकि अभी PCS प्री का रिजल्ट जारी नहीं किया गया है, जो दिसंबर महीने में ही जारी होना है।आयोग के सचिव जगदीश ने बताया, कैलेंडर आयोग की आधिकारिक वेबसाइट http://uppsc.up.nic.in पर अपलोड कर दिया गया है।
कब और किस डेट को होगा एग्जाम
अपर निजी सचिव (कंप्यूटर ज्ञान) परीक्षा 2013: 11 फरवरी 2018
प्रवक्ता राजकीय इंटर कॉलेज (स्क्रीनिंग) परीक्षा 2017: 25 फरवरी 2018
सहायक सांख्यिकीय अधिकारी (स्क्रीनिंग) परीक्षा 2014: 11 मार्च 2018
PCS मुख्य परीक्षा 2017: 17 मार्च 2018
समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी प्री परीक्षा 2017: 8 अप्रैल 2018
संभागीय निरीक्षक परीक्षा 2018: 15 अप्रैल 2018
सहायक अध्यापक (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी) पुरुष संवर्ग एवं सहायक अध्यापिका (प्रशिक्षित स्नातक श्रेणी) महिला संवर्ग 2018 की परीक्षा: 6 मई 2018
PCS J प्रारंभिक परीक्षा 2018 (15 जनवरी 2018 तक अध्ययन अधियाचन प्राप्त होने की स्थिति में): 13 मई 2018
सहायक वन संरक्षक वन क्षेत्राधिकारी मुख्य परीक्षा 2017: 20 मई 2018
अपर निजी सचिव परीक्षा 2018: 10 जून 2018
PCS प्रारंभिक परीक्षा 2018: 24 जून 2018
APO 2018 का नहीं होगा एग्जाम
आयोग में लोअर पीसीएस के नाम से मशहूर सहायक अभियोजन अधिकारी यानी एपीओ की परीक्षा 2018 में भी प्रस्तावित नहीं है।
2015 में 372 पदों के बाद से अब तक का सेशन शून्य है। 2016 व 2017 में कोई भर्ती नहीं हुई है।
इसी तरह का हाल PCS J का भी है। इसका 2017 का सेशन खाली गया है। इसके लिए नए सिरे से शासन से अनुरोध करने की तैयारी है।
IAS पैटर्न पर होगी PCS मुख्य परीक्षा
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) अब पीसीएस की मुख्य परीक्षा को भी संघ लोक सेवा आयोग की तर्ज पर कराने की तैयारी में जुट गया है। इसे साल 2018 में लागू किए जाने की योजना है।
प्रस्ताव बनाया गया है कि पीसीएस की मुख्य परीक्षा में भी सामान्य अध्ययन के 4 पेपर शामिल किए जाएं और सभी की लिखित परीक्षा हो, जैसा कि IAS की मुख्य परीक्षा में होता है।
इसके अलावा 2 वैकल्पिक विषयों की जगह एक विकल्प की व्यवस्था लागू की जाए। वहीं, 150-150 नंबर के सामान्य हिंदी और निबंध के पेपर को पहले की तरह बरकरार रखा जाए।
नए पैटर्न में सामान्य अध्ययन का हर पेपर 200-200 यानी कुल 800 नंबर का होगा। मौजूद व्यवस्था की बात करें तो अभी कुल 400 अंक के सामान्य अध्ययन के 2 पेपर आते हैं।
इसके अलावा नई व्यवस्था में वैकल्पिक विषय के कुल 400 अंक रह जाएंगे, जबकि अभी कुल 800 अंक के 2 वैकल्पिक विषय होते हैं।

शुक्रवार, 29 दिसंबर 2017

IAS इंटरव्यू में पूछा: GST सबसे पहले किस देश ने लगाई थी ?

IAS इंटरव्यू को सबसे कठिन इंटरव्यू में से एक माना जाता है।रात-दिन पढ़कर भी इस इंटरव्यू में सफल होना बहुत मुश्किल है। आज हम आप लोगों के लिए जरनल नॉलेज से कुछ ऐसे प्रश्न लेकर आए हैं जो भी कभी-कभी आईएएस के इंटरव्यू में भी पूछे जाते है।

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1-शुष्क बर्फ किसे कहते है ?

जवाब- ठोस कार्बनडाइ आॅंक्साइड को शुष्क बर्फ कहते है

2-ऐसा कौनसा देश है जहाँ बिल्लियों की पूजा की जाती है?

जवाब- मिस्र एक ऐसा देश है जहाँ बिल्लियों को पूजा जाता है

3-घोसला बनाने वाले एकमात्र सांप का नाम क्या है?

जवाब- घोसला बनाकर किंग कोबरा नामक सांप रहता है

4-हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौनसा है?

जवाब- सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है

5-GST सबसे पहले किस देश ने लगाई थी ?

जवाब- सबसे पहले GST फ्रांस ने लगाई थी

सुबह खाली पेट गर्म पानी पीने से क्या होता है, क्लिक कर जानें

यदि आप सुबह उठकर गर्म पानी पीते हैं तो यह बहुत अच्छी बात है, लेकिन अधिकतर लोग जागते ही चाय या कॉफी पीना पसंद करते हैं, अगर आपकी भी ऐसा करते है तो आपको जल्द ही अपनी आदत को बदल लेना चाहिए। एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमें कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए। उसी तरह सुबह उठते ही गर्म पानी पीने के भी कई फायदे होते है।

सुबह गर्म पानी पीने के लाभ -

खाली पेट गर्म पानी से हमारा वजन नियंत्रित रहता है। जब आप सुबह उठते ही गर्म पानी पीते है तो इससे आपको कम भूख लगती है, जो वजन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वजन कम करने, गर्म पानी में शहद और नींबू का रस मिलकर पियें, इसके सेवन से वजन तेज़ी से कम होने लगता है।
यदि कब्ज की समस्या है तो आपको सुबह-सुबह गर्म पानी पीना चाहिए। इससे पुरानी कब्ज़ आसानी से साफ हो जाती हैं और साथ ही विषाक्त पदार्थ भी शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
सुबह-सुबह गर्म पानी पाचन तंत्र में सुधार लाता है। इसके सेवन से हमारे शरीर में रक्त का प्रवाह भी संतुलित रहता है।
अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो हमे फॉलो जरूर करें ताकि आप हमारी सभी पोस्ट्स सबसे पहले प्राप्त कर सकें।

शादी के बाद महिलाएं क्यों पहनतीं हैं ‘बिछिया’, जानकर बाग-बाग हो जायेगा आपका दिल

बिछिया हर शादीशुदा महिला पहनती है। बिछिया महिला के शादीशुदा होने की निशानी है। साथ ही यह महिलाओं के सोलह श्रृंगार में से एक है। शादी के सात फेरों के बाद महिला को पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनाई जाती है।

शादी के बाद महिला बिछिया तब तक पहनती है, जब तक उसका पति जीवित रहता है। यह उन श्रृंगार में से एक है, जिसे शादी के बाद ही किया जाता है।
यह कहना गलत नहीं होगा कि बिछिया हर शादीशुदा महिला के सुहाग की निशानी है। लेकिन क्या आपको पता है कि महिलाएं श्रृंगार के रूप में बिछिया क्यों पहनती हैं।
क्यों पहनी जाती है बिछिया
शरीर के अंतिम आभूषण के रूप में बिछिया पांव की उंगलियों में पहनी जाती है। महिलाएं इसे पैरों के बीच की तीन उंगलियो में पहनती हैं। बिछिया पहनना सिर्फ यह नहीं बताता कि महिला विवाहित है बल्कि इसके पीछे कई वैज्ञानिक कारण भी है।
यह है कारण
सेहत के लिहाज से देखा जाए तो दोनों पैरों की उंगलियों में बिछिया पहनने से मासिक चक्र नियमित रहता है। यह बात भारतीय वेदों में भी विदित है।
इसके अलावा बिछिया एक्यूप्रेशर का भी काम करती है। इससे तलवे से लेकर नाभि तक की सभी नाड़ियां और पेशियां सही रहती हैं।
प्रेग्नेंसी के लिए कारगर
बिछिया पहनने का कनेक्शन प्रेग्नेंसी से भी है। पैर की दूसरी अंगुली (अंगूठे के बगल वाली) की तन्त्रिका का सम्बन्ध गर्भाशय से होता है। साथ ही वह तंत्रिका हृदय से होकर गुजरती है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन सही तरह से रहता है।
इतना ही नहीं पैरों में बिछिया पहनने से महिलाओं की प्रजनन क्षमता भी बढ़ती है। यह बात आयुर्वेद के मर्म चिकित्सा के अंतर्गत शामिल की गई है।
चांदी की ही बिछिया क्यों
पांव में हमेशा चांदी के ही आभूषण पहने जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि चाँदी एक अच्छी सुचालक है। यह पृथ्वी की ध्रुवीय ऊर्जा को सही करके शरीर तक पहुंचाती है, जिससे पूरा शरीर तरो-ताजा बना रहता है।

786 नंबर का मतलब क्या होता है,जानिए

इस्लाम धर्म में 786 शुंभ अंक माना जाता है, कहा जाता है कि यह अंक सिर्फ इस्लाम ही नहीं बल्कि हिंदू लोग भी मानते हैं|इस्लाम धर्म में 786 का मतलब बिस्मिल्लाह उर रहमान ए रहीम होता है लेकिन कुछ हिंदू यह मानते है कि 786 की संख्या ओम है|

वहीं ऐशिया के मुस्लिम के लिए यह अंक बहुत ही पवित्र माना जाता है|कुछ लोग इसे भाग्यशाली संख्या के रूप में मानते हैं, आपको बता दें कि यह नंबर 786 अल्लाह का प्रतीकात्मक मना जाता है लेकिन कोई भी इस्लामिक विद्वान इसे अब तक नहीं समझ पाया है क्योंकि इसका कुरान में कोई उल्लेख नहीं है |

इस्लाम में 786 संख्या का कोई सुराग नहीं है, पर फिर भी कई लोग बिस्मिल्लाह की नाम की जगह इस नंबर का उपयोग करते हैं|कहा जाता है कि बिस्मिल्ला अल रहमान अल रहम अरबी उर्दू में लिखा जाता है, लोग 786 को अल्लाह के नाम के स्थान पर इस्तेमाल करते हैं |

हरियाणा: आधार कार्ड की ओरिजिनल कॉपी मांगता रहा अस्‍पताल, तड़प-तड़प कर दम तोड़ गई कारगिल शहीद की विधवा

हरियाणा में एक निजी अस्पताल की संवेदनहीनता सामने आई है। यहां अस्पताल प्रबंधन की जिद के चलते एक शहीद की पत्नी की मौत हो गई, जिन्होंने अपने प्राण कारगिल युद्ध में देश के लिए न्यौछावर कर दिए थे। अस्पताल ने महिला को अपने यहां भर्ती तक नहीं किया। सिर्फ इसलिए, क्योंकि परिजन के पास उसके आधार कार्ड की ओरिजिनल कॉपी नहीं थी। परिजन की तरफ से मोबाइल पर आधार कार्ड की ई-कॉपी और आधार नंबर बताया गया। मगर अस्पताल ने उनका इलाज करने से मना कर दिया। परिवार का आरोप है कि अस्पताल के इस रवैये के कारण महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। दूसरे अस्पताल ले जाते वक्त उनकी मौत हुई। यह मामला गुरुवार का है। सोनीपत के महलाना गांव में लक्ष्मण दास रहते थे। वह कारगिल युद्ध में देश के लिए शहीद हुए थे। उनकी पत्नी शकुंतला बीते कई दिनों से बीमार चल रही थीं। बेटा पवन उन्हें इलाज के लिए कई जगह ले गया। वह उन्हें सेना कार्यालय में ले गया, जहां उन्हें निजी अस्पताल में जाने की सलाह दी गई।
शकुंतला को इसके बाद यहां के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां अस्पताल ने उन्हें भर्ती करने तक से मना कर दिया। कारण थी आधार कार्ड की ओरिजिनल कॉपी। जी हां, यहां उनसे आधार कार्ड मांगा गया। परिजन ने मोबाइल में आधार की ई-कॉपी दिखाई। आधार नंबर बताया, मगर अस्पताल अपनी बात पर अड़ा रहा। महिला इस दौरान दर्द से तड़प रही थी। मगर अस्पताल ने उनकी हालत पर तरस न खाया। परिजन ने इस बात को लेकर विरोध जताया और महिला को भर्ती करने के लिए कहा तो पुलिस बुला ली गई। पुलिस मदद के बजाय उल्टा बेटे को धमकाने लगी। शकुंतला की हालत और बिगड़ते देख परिजन फौरन उन्हें दूसरे अस्पताल ले जा रहे थे। मगर रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।
अस्पताल प्रबंधन ने इस मामले को लेकर अपनी सफाई दी है। कहा है कि परिजन के हंगामे के चलते उसे पुलिस बुलानी पड़ी। जबकि, पीड़ित पक्ष ने बताया कि पुलिस ने मदद के बजाय उल्टा धमकाना शुरू किया था। अस्पताल के मुताबिक, वह इलाज के लिए तैयार था। मगर परिजन मरीज को इमरजेंसी वॉर्ड से बाहर ले गए। दूसरे अस्पताल ले जाते वक्त मौत हुई। अस्पताल पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि उन लोगों को पेपर वर्क पूरा करना पड़ता है। वे गंभीर अवस्था में मरीजों को फौरन भर्ती करते हैं।

साल 2018 में टीम इंडिया खेलेगी कुल 12 सीरीज, देखें आईपीएल-एशिया कप समेत पूरा कार्यक्रम

भारतीय क्रिकेट टीम के लिए साल 2017 काफी सफल रहा जिसमें उसने कुल 37 अन्तर्राष्ट्रीय मैच जीते। इस साल टीम को एक भी द्विपक्षीय सीरीज में हार का सामना नहीं करना पड़ा। टीम ने 2017 में ज्यादातर सीरीज घरेलू धरती पर खेली थी। हालांकि 2018 में भारत कई विदेशी दौरे करेगा जिसे देखते हुए आने वाला साल काफी चुनौतीपूर्ण रहेगा। इस दौरान वह वनडे, टी-20 और टेस्ट फॉर्मेट में मिलाकर कुल 12 सीरीज खेलेगा। साल 2018 में भारतीय टीम के मैच कार्यक्रम की सम्पूर्ण जानकारी आगे विस्तार से दी गई है।

भारत का दक्षिण अफ्रीका दौरा

जनवरी और फ़रवरी में भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रहेगी। इस दौरान दोनों टीमों के बीच 3 टेस्ट, 6 वनडे और 3 टी-20 मैच खेले जाएंगे। दौरे की शुरुआत 5 जनवरी से होने वाले टेस्ट मैच के साथ होगी और इसका अंत 24 फरवरी को टी-20 मैच के साथ होगा। भारत ने पिछले 25 साल में एक भी बार दक्षिण अफ्रीका की धरती पर टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। ऐसे में विराट कोहली की सेना के पास इतिहास बदलने का मौका होगा।

इंडिपेंडेंस कप

8-20 मार्च के बीच भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच त्रिकोणीय सीरीज खेली जाएगी। श्रीलंका में आयोजित हो रहे इस वनडे टूर्नामेंट में हर टीम लीग स्टेज में एक दूसरे से 2-2 मैच खेलेगी। इसका फाईनल मैच 20 मार्च को खेला जाएगा। यह टूर्नामेंट श्रीलंका की आजादी के 70 साल पूरे होने के विशेष अवसर पर आयोजित किया जा रहा है।

आईपीएल-11

आईपीएल के 11वें संस्करण का आयोजन 4 अप्रैल से 11 मई के बीच होगा। इस दौरान कुल 60 टी-20 मैच खेले जाएंगे। आईपीएल में इस बार राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपरकिंग्स की वापसी होने जा रही है। आईपीएल-10 में मुंबई इंडियन्स ने ख़िताब हासिल किया था।

भारत का इंग्लैंड दौरा

जुलाई में भारतीय टीम इंग्लैंड दौरे के लिए रवाना होगी। उसे वहाँ 5 टेस्ट, 3 वनडे और 3 टी-20 मैच खेलने हैं। दौरे की शुरुआत 3 जुलाई को होने वाले टी-20 मैच के साथ होगी और इसका अंतिम मैच 7 सितम्बर से शुरू हो रहे टेस्ट मैच के रूप में होगा। भारत को पिछले इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में 4-0 की करारी हार का सामना करना पड़ा था।

एशिया कप-2018

15 सितम्बर से 30 सितम्बर के बीच भारत में एशिया कप आयोजित होगा। इसमें भारत के अलावा बांग्लादेश, अफगानिस्तान, श्रीलंका, पाकिस्तान और एक क्वालीफ़ायर टीम हिस्सा लेगी। साल 2016 में बांग्लादेश में आयोजित हुए पिछले एशिया कप में भारत ने जीत हासिल की थी। चूँकि इस बार एशिया कप भारत में हो रहा है इसलिए पाकिस्तान के इसमें शामिल होने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। भारत सरकार की अनुमति मिलने के बाद ही बीसीसीआई इस पर कोई निर्णय ले पाएगा।

वेस्टइंडीज का भारत दौरा

अक्टूबर और नवम्बर में वेस्टइंडीज की टीम भारत दौरे पर होगी। इस दौरान दोनों देशों के बीच 3 टेस्ट, 5 वनडे और 1 टी-20 मैच खेला जाएगा। पिछली बार जब विंडीज टीम भारत दौरे पर आई थी तब अपने बोर्ड से विवाद के चलते विंडीज खिलाड़ी दौरे के बीच में ही वापस स्वदेश लौट गए थे।

भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा

नवम्बर-दिसम्बर के समय भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर होगी। उसे वहां 4 टेस्ट मैच की सीरीज खेलनी है। भारत को पिछले दौरे में हुई 4 मैच की टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया से 2-0 की हार का सामना करना पड़ा था।
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गुरुवार, 28 दिसंबर 2017

1 जनवरी से मोदी सरकार देगी ये 3 गिफ्ट, आप भी उठाएं फायदा

नई दिल्‍ली. 2017 खत्‍म होने को है और 2018 शुरू होने में कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में आपको सरकार की ओर से भी नए साल के कुछ तोहफे मिलने जा रहे हैं। दरअसल सरकार ने देश में 1 जनवरी 2018 से कुछ नए नियम लागू करने का फैसला किया है, जिससे आपको फायदा पहुंचने वाला है।
नए साल पर सरकार के ये तोहफे आपकी जिंदगी को और आसान बनाने वाले हैं। आइए जानते हैं कि नए साल की शुरुआत पर सरकार आपको क्‍या नए तोहफे देने जा रही है और इनसे आपको कैसे फायदा होगा-
1. घर बैठे मोबाइल सिम की आधार से लिंकिंग

1 जनवरी, 2018 से आपको घर बैठे अपनी मोबाइल सिम आधार से लिंक कराने की सुविधा मिलने वाली है। वैसे तो यह सुविधा 1 दिसंबर से शुरू होने वाली थी लेकिन टेलीकॉम कंपनियों की तैयारी पूरी न होने के चलते इसे 1 महीना आगे बढ़ा दिया गया। अब आप 1 जनवरी से ओटीपी व अन्‍य जरिए से सिम को घर बैठे आधार से लिंक कर सकेंगे।
आगे पढ़ें- क्‍या है अगला तोहफा

2. डेबिट कार्ड से भुगतान होगा आसान

1 जनवरी, 2018 से डेबिट कार्ड से भुगतान सस्‍ता होने वाला है क्‍योंकि नए साल पर RBI द्वारा जारी नए MDR चार्ज लागू होंगे। MDR यानी मर्चेंन्‍ट डिस्‍काउंट रेट वह चार्ज है जो डेबिट कार्ड से भुगतान करने पर दुकानदार पर लगता है। इसे ग्राहक को नहीं देना होता है लेकिन कई दुकानदार डेबिट कार्ड ट्रांजैक्‍शन करने वालों से 2 फीसदी चार्ज लेते हैं। RBI के नए नियम के मुताबिक अब 20 लाख रुपए तक सालाना टर्नओवर वालों के लिए MDR 0.40 फीसदी तय किया गया है, वहीं इससे ज्‍यादा टर्नओवर वालों के लिए 0.9 फीसदी है। 20 लाख तक टर्नओवार वालों के लिए प्रति ट्रांजैक्‍शन MDR 200 रुपए से ज्‍यादा नहीं होगा वहीं 20 लाख से अधिक टर्नओवर वालों के लिए MDR प्रति ट्रांजैक्‍शन 1,000 रुपए से ज्‍यादा नहीं होगा।वहीं सरकार ने 2000 रुपए तक की खरीदारी पर MDR खुद ही वहन करने का फैसला भी किया है।
आगे पढ़ें- एक और नए नियम के बारे में

3. गोल्‍ड ज्‍वैलरी पर हॉलमार्किंग अनिवार्य

सरकार 1 जनवरी 2018 से 14 कैरेट, 18 कैरेट और 22 कैरेट ज्वैलरी की हॉलमार्किंग अनिवार्य कर सकती है। इससे ग्राहकों को गोल्‍ड ज्‍वैलरी की शुद्धता को लेकर आसानी होगी। दरअसल वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) चरणबद्ध तरीके से हॉलमार्किंग लागू कराना और अनिवार्य बनाना चाहती है। इसके लिए उसने ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) को सिफारिशें भी भेजी हैं। हॉलमार्किंग को तीन चरणों में अनिवार्य किया जाएगा, जिसमें 22 शहरों में पहले हॉलमार्किंग अनिवार्य की जाएगी। इन शहरों में मुंबई, नई दिल्‍ली, नागपुर, पटना जैसे शहर शामिल हैं। दूसरे चरण में 700 शहर और आखिर में देश के बाकी शहरों में इसे लागू किया जाएगा।

गैस सिलेंडर में एक फायदे की बात छुपी होती , अक्सर नहीं बताते डिस्ट्रीब्यूटर

रसोई गैस के लिए प्रयोग होने वाले सिलेंडर में एक फायदे की बात छुपी होती है। लेकिन, ये फायदे की बात डिस्ट्रीब्यूटर कंज्यूमर्स को नहीं बताते। दरअसल, सिलेंडर खरीदते वक्त ही उसका बीमा यानी इंश्योरेंस हो जाता है। 50 लाख रुपए तक होने वाले इस इंश्योरेंस की जानकारी लोगों को नहीं होती। सिलेंडर का इंश्योरेंस इसकी एक्सपायरी से जुड़ा होता है। अक्सर लोग सिलेंडर की एक्सपायरी डेट की जांच किए बिना ही इसे खरीद लेते हैं। लेकिन सिलेंडर की एक्सपायरी भी होती है, इस बात जानकारी भी डिस्ट्रीब्यूटर्स नहीं देते। दिलचस्प है कि तकरीबन पांच प्रतिशत सिलेंडर एक्सपायर्ड या एक्सपायरी डेट के करीब होते हैं। टेक्निकल जानकारी कम होने से ये रोटेट होते हैं। एक्सपायरी डेट औसतन छह से आठ महीने एडवांस रखी जाती है।

50 लाख तक का होता है इंश्योरेंस
गैस कनेक्शन लेते ही उपभोक्ता का 10 से 25 लाख रुपए तक का एक्सीडेंट बीमा हो जाता है। इसके तहत गैस सिलेंडर से एक्सीडेंट होने पर पीड़ित इंश्योरेंस का क्लेम कर सकता है। साथ ही, सामूहिक एक्सीडेंट होने पर 50 लाख रुपए तक देने का प्रावधान है।
सिलेंडर पर भी बदल जाती है एक्सपायरी
एक्सपायरी डेट पेंट द्वारा प्रिंट की जाती है, इसलिए इसमें हेर-फेर संभव है, क्योंकि कई बार जर्जर हालत में जंग लगे सिलेंडर पर भी एक्सपायरी डेट डेढ़-दो वर्ष आगे की होती है। एजेंसी वाले तर्क देते हैं कि यहां से वहां लाते ले जाते वक्त उठा-पटक से कुछ सिलेंडर पुराने दिखते हैं।
ऐसे करें एक्सपायरी डेट की पहचान
हो सकता है बड़ा हादसा
ले सकते हैं ऐक्शन
गैस कनेक्शन के साथ लाखों का बीमा
हाल ही में आरटीआई से खुलासा हुआ है कि गैस कनेक्शन लेते ही उपभोक्ता का 10 से 25 लाख रुपए तक का एक्सीडेंट बीमा हो जाता है। इसके तहत गैस सिलेंडर से एक्सीडेंट होने पर पीड़ित बीमे का क्लेम कर सकता है। साथ ही, सामूहिक एक्सीडेंट होने पर 50 लाख रुपए तक देने का प्रावधान है। इसके लिए एक्सीडेंट होने के 24 घंटे के भीतर संबंधित एजेंसी और लोकल थाने को सूचना देनी होगी व एक्सीडेंट में मृत्यु या घायल होने पर महत्वपूर्ण प्रमाण लेटर उपलब्ध कराना होगा।
एजेंसी अपने क्षेत्रीय ऑफिस व फिर क्षेत्रीय ऑफिस बीमा कंपनी को मामला सौंप देता है, लेकिन इस क्लेम के लिए कुछ शर्तों को पूरा करना महत्वपूर्ण है। जो इस प्रकार

100 मैच खेलकर भी कभी शून्य(0) पर आउट न होने वाले 5 खिलाड़ी, टॉप पर ये 2 भारतीय दिग्गज


क्रिकेट की दुनिया मे कई ऐसे बल्लेबाज हुए हैं जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया है और इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया है। इसी के तहत आज क्रिकेट जगत के ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में जानेंगे जो कि लगातार 100 मैच खेलने पर भी जीरो पर कभी आउट नहीं हुए। इसमें दो भारतीय दिग्गजों का नाम भी शामिल है, जिसमें पहला नाम राहुल द्रविड़ का है और दूसरा मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में जो कि 100 मैच खेलकर भी शून्य(0) पर आउट नहीं हुए।

1. राहुल द्रविड़

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भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़़ इस सूची में सबसे ऊपर हैं। अपने समय के भारतीय मध्यक्रम के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज राहुल द्रविड़ विश्व के ऐसे एकलौते बल्लेबाज हैं जो कि 10 जनवरी से 2000 से लेकर 6 फरवरी 2004 तक लगातार 173 पारियों में शून्य पर आउट नहीं हुए।

2. सचिन तेंदुलकर

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विश्व क्रिकेट के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को कहा जाता है, उन्होंने क्रिकेट के कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हुए हैं। वनडे क्रिकेट में सबसे अधिक 49 आैर टेस्ट क्रिकेट में 51 शतक लगाने सचिन एकलौते बल्लेबाज हैं। सचिन ने 23 जुलाई 2008 से लेकर 14 नवंबर 2013 तक कुल मिलाकर लगातार 136 पारियों में शून्य(0) आउट न होने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था।

3. एलेक स्टीवर्ट

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इंग्लैंड टीम के पूर्व दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी एलेक स्टीवर्ट, जो कि अपनी टीम के सफलतम विकेटकीपर बल्लेबाज रहे हैं। एलेक ने 17 मार्च 1994 से लेकर 28 नवंबर 1998 तक लगातार 135 पारियों में शून्य पर आउट नहीं होने का रिकॉर्ड बनाया है।

4. कार्ल हूपर

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वेस्टइंडीज टीम के पूर्व दाएं हाथ के बल्लेबाज कार्ल हूपर ने ढेरों रिकॉर्ड बनाए हैं और भारत के खिलाफ अहम मैचों में भी हूपर ने बढ़िया खेल का प्रदर्शन कर चुके हैं। उन्होंने 06 दिसंबर 1997 से लेकर 23 फरवरी 2003 तक लगातार 122 पारियां खेली हैं, जिसमे से वे एक बार भी शून्य पर आउट नहीं हुए हैं।

5. जेरेमी कूनी

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न्यूजीलैंड टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी जेरेमी कूनी कीवी टीम के सबसे शानदार बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। 09 जनवरी 1983 से लेकर 28 मार्च 1987 तक वह लगातार 117 परियों में शून्य पर आउट नहीं हुए थे।