१:- लोग कहते है,हमें तो अपनो ने लुटा,गैरो मे कहा दम थी,मेरी किस्ती है डुबी जहाँ पानी कम था|*****@पर हम भोजपुरी लोग कही ला,****कि हमई त गैर लोग ही लुटेन,अपने मे कहाँ दम रहा,हमार किस्ती वही डुब जहाँ पानी अधिक रहा |****@क्योंकि अपने तो कभी लुट ही नही सकते,जो लुट लिए अपने कभी थे ही नही, वो तो हमेशा गैर ही थे, चाहे वो अपने ही क्यों न हो| २:- हम त भोजपुरी जवान हई,हमई गोल बारूद अच्छा ना लगेला,हम लोगन के लट्ठों से मतल हव लट्ठ हव त कोई लन्ठ हमार कुछ ना बिगाड़ सकेला
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