शुक्रवार, 24 मार्च 2017

गुजरात ATS ने दाउद को पकड़ लिया

"इसीलिए कहते हैं कि इतनी जल्दी गिल्ल नहीं होना चाहिए. ये बिल्कुल वैसा ही है, जैसे योगी आदित्यनाथ के सीएम बनते ही सोशल मीडिया वाली जनता मंदिर-मंदिर जपने लगी थी. खैर, पकड़ा गया है. दाऊद पकड़ा गया है और गुजरात ATS ने ही पकड़ा है. ये दाऊद इब्राहिम के साथी शरीफ खान का गैंग्स्टर भतीजा दाऊद लाला है, जिसे अहमदाबाद के जुहापुरा से धरा गया है. दाऊद लाला पर राजस्थान में हत्या, फिरौती और रंगदारी के 10 से ज्यादा केस चल रहे हैं. राजस्थान की पुलिस लंबे समय से पगलाई हुई थी इस आदमी के पीछे. चाहिए था किसी भी कीमत पर. मिला गुजरात ATS की मदद से. और दाऊद लाला खुद चाहे जितना बड़ा अपराधी होता, पुलिस के लिए उसकी सबसे बड़ी पहचान यही है कि वो दाऊद इब्राहिम का भतीजा है. अहमदाबाद के जॉइंट पुलिस कमिश्नर (ATS) जेके भट्ट ने बताया कि दाऊद की टिप राजस्थान पुलिस ने ही दी थी. उसके ऊपर इनाम भी था. उस पर सारे केस राजस्थान में चल रहे हैं, इसलिए गुजरात ATS उसे राजस्थान पुलिस को सौंप देगी. लेकिन दाऊद इब्राहिम को सीधा ऊपर पहुंचाने वाले थे अजीत डोभाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल वैसे दाऊद इब्राहिम… आई रिपीट दाऊद इब्राहिम को पकड़ने के लिए अजीत डोभाल ने 2005 में एक ऑपरेशन प्लान किया था. अभी वो देश के छठे नेशनल सिक्यॉरिटी अडवाइजर हैं. तो 2005 में होने वाला था ‘ऑपरेशन मुच्छड़’. इसमें दाऊद को सीधे ऊपर पहुंचाने की प्लानिंग थी. लेकिन मुंबई में मौजूद उसके चेले-चपाड़ों की वजह से खेला खराब हो गया था. 9 मई, 2005 को वो खास दिन था, जब दाऊद की बेटी महरुख का निकाह होने वाला था पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से. उसके बाद 23 जुलाई को दुबई के ग्रैंड हयात होटल में रिसेप्शन होना था. भारतीय खुफिया एजेंसियों को पता चल गया था कि दाऊद इस पार्टी में आएगा. वो किस वक्त किस जगह होगा, इसकी पूरी इन्फर्मेशन जुटा ली गई थी. सबको पता था कि इससे अच्छा मौका नहीं मिलेगा दाऊद को टपकाने का. अपने पति के साथ दाऊद की बेटी 1993 मुंबई ब्लास्ट के बाद छोटा राजन दाऊद की डी कंपनी छोड़ चुका था. वो अपना अलग गैंग खड़ा करके दाऊद का दुश्मन नंबर वन बन गया. इस ऑपरेशन में उसकी मदद ली गई. उसके भरोसेमंद दो शार्प शूटर थे. विकी मल्होत्रा और फरीद तनाशाह. पश्चिम बंगाल के 24 परगना इलाके से भारत में उनकी एंट्री कराई गई. फिर ट्रेनिंग दी गई. प्लान बताया गया कि 23 जुलाई, 2005 को दाऊद आखिरी सांस लेगा. शूटर्स के कागजात तैयार किए गए. दुबई की टिकट बुक कर दी गई. IB का ये पूरा ऑपरेशन खुफिया था. दिल्ली के कुछ जिम्मेदार लोगों के अलावा इसकी खबर किसी को नहीं थी. डोभाल के दो आदमी भी दिल्ली में अरेस्ट हुए थे दाऊद इब्राहिम प्लान आखिरी दौर में था. दिल्ली में एक शाम अजीत डोभाल उन शार्प शूटर्स के साथ मीटिंग में थे. उनसे होटल की लोकेशन डिस्कस कर रहे थे कि किसकी तैनाती कहां होगी. उसी वक्त मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच वाली टीम वहां पहुंच गई. राजन गैंग के दोनों आदमी अरेस्ट. अजीत डोभाल ने पुलिस वालों को समझाया, पुचकारा, गुस्साए. लेकिन डिप्टी कमिश्नर धनंजय कमलाकर जिद पकड़े थे. अरेस्ट करके मुंबई ले गए दोनों को. इस तरह मुंबई पुलिस में जमे दाऊद के कारगुजारों और डोभाल के बंधे हाथों की वजह से दाऊद बच गया. डोभाल अब भी कोशिश कर रहे हैं." - गुजरात ATS ने दाऊद को पकड़ लिया http://tz.ucweb.com/3_1Jz5a

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